Groww में लगे एक्स्ट्रा ‘W’ का क्या मतलब है, जानें Flipkart से रिश्ता तोड़कर कैसे बनी कंपनी

Groww ने अपनी कंपनी की स्पेलिंग में लगे एक्स्ट्रा W का मतलब समझाया है. यही नहीं कंपनी ने इसे समझाने के लिए क्रिएटिव तरीका अपनाया. यहां आपको बताएंगे क्या है एक्स्ट्रा W का मतलब और कैसे शुरू हुई Groww कंपनी…

Groww कंपनी की स्पेलिंग में लगा extra W का क्या मतलब है? Image Credit: Canva

म्यूचुअल फंड, स्टॉक, डिजिटल गोल्ड और IPO में निवेश करने का ऑप्शन देने वाला फाइनेंशियल सर्विसेज ऐप Groww में एक एक्स्ट्रा W लगा है. इसी को लेकर लंबे समय तक सोशल मीडिया पर चर्चा चलती रही फिर Groww कंपनी ने इसका जवाब क्रिएटिव अंदाज में दिया है. चलिए आपको बताते हैं कि क्या है एक्स्ट्रा W का मतलब और कैसे शुरू हुई Groww कंपनी?

Groww में ‘w’ का मतलब क्या है?

जनवरी में बिजनेस अखबारों में छपे एक प्रिंट एड के जरिए Groww ने मजेदार शब्दों के खेल और कविता के अंदाज में एक्स्ट्रा ‘W’ के पीछे के मतलब को समझाया है या कहे कि उसे टीज किया है.

कंपनी ने लिखा:

क्या यह गलत स्पेलिंग है?
या इसे बस यूं ही जोड़ दिया गया?
यह गलती है? कुछ लोग तो सोचेंगे,
क्या इसे जोड़ना सही था? शायद हां, शायद नहीं…

शायद W से मतलब वेल्थ यानी संपत्ति है – और इसे बढ़ाने की अनंत संभावनाओं के लिए है. या शायद यह W से विनर यानी विजेताओं के लिए है – जो समय की कसौटी पर खड़े रहते हैं. क्या यह हमारी W से विश यानी इच्छा को आपके सपनों को पंख देने के लिए है? या क्या यह आपकी W से विल या इच्छाशक्ति को हर चुनौती को अवसर में बदलने के लिए है? शायद यह वेव है – शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव की या शायद यह W से विज्डम यानी ज्ञान है – जो इसके साथ आता है.
एक अक्षर. अनंत संभावनाएं. और हम हर एक के साथ खड़े हैं.

बता दें इस विज्ञापन को चिराग कक्कड़ ने लिखा है

कैसे हुई Groww कंपनी की शुरुआत?

Groww की कहानी 2016 में शुरू हुई, जब Flipkart के चार कर्मचारी, ललित केशरे, हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह ने अपनी नौकरियां छोड़कर निवेश को आसान बनाने का सपना देखा. 2017 में उन्होंने इस वेंचर की शुरुआत की, जिसका नाम Groww रखा गया.

कौन हैं Groww के फाउंडर्स:

  • ललित केशरे – को-फाउंडर और CEO हैं, यह Flipkart में सीनियर प्रोडक्ट मैनेजमेंट की भूमिका में थे, ललित ने Flipkart Quick लॉन्च किया और Flipkart Marketplace की नींव रखी थी.
  • हर्ष जैन – को-फाउंडर और COO हैं
  • नीरज सिंह – को-फाउंडर और CTO हैं
  • ईशान बंसल को-फाउंडर और CFO हैं

इन चारों को लगा कि भारत में फाइनेंशियल प्रोडक्ट में निवेश की प्रक्रिया बहुत कठिन है और स्पष्ट भी नहीं है. ग्रो वेबसाइट के मुताबिक भारत में करीब 20 करोड़ ऐसे लोग हैं जिनके पास निवेश के लिए पैसा है, लेकिन इनमें से केवल 2 करोड़ लोग ही सक्रिय रूप से निवेश करते हैं. बाकी लोगों को निवेश की दुनिया में लाने का एकमात्र तरीका निवेश को सरल बनाना है.

  • 2017 में Groww ने डायरेक्ट म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म के रूप में शुरुआत की और जल्द ही यह सबसे लोकप्रिय म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म बन गया.
  • 2020 में यूजर्स की मांग पर, Groww ने शेयर ट्रेडिंग, डिजिटल गोल्ड, ETFs, IPOs, और इंट्राडे ट्रेडिंग जैसी सुविधाएं जोड़ीं.
  • आज Groww पर 900 से ज्यादा शहरों के 1.5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स निवेश करते हैं.