करना चाहते हैं सोलर बिजनेस, यहां जान लें नफा-नुकसान, होगी लाखों में कमाई
आजकल सोलर बिजनेस काफी चलन में है. अगर आप इसे शुरू करना चाहते हैं तो किन दस्तावेजों की जरूरत होगी, इसकी प्रक्रिया क्या है, सरकार से कैसे मदद मिलेगी, लोन की क्या है व्यवस्था आदि के बारे में हम आपको बताएंगे.
Business Ideas: कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं तो इन-दिनों सोलर पैनल का बिजनेस काफी ट्रेंड में है. सरकार भी इसे बढ़ावा दे रही है, इससे आपको मदद मिल सकती है. भविष्य में इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए इस क्षेत्र में विकास के भरपूर मौके हैं. अभी सोलर संसाधनों की कमी है और आने वाले वर्षों में इसकी मांग तेजी से बढ़ेगी इसलिए सरकारी प्रोत्साहन योजनाओं का आप फायदा उठाकर आसानी से इसका बिजनेस सेटअप कर सकते हैं. इससे आपकी लाखों में कमाई होगी. तो कैसे करें सोलर बिजनेस, कहां कराएं रजिस्ट्रेशन, क्या है प्रक्रिया और कैसे मिलेगा लोन यहां चेक करें पूरी डिटेल.
बिजनेस शुरू करने से पहले करें ये 3 काम
बनाएं सही रणनीति
सोलर पैनल से जुड़ा बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले इसे लेकर सही रणनीति बनाना बेहद जरूरी है. तभी आप इसके नफा-नुकसान को ध्यान में रखते हुए निवेश कर सकेंगे. प्लानिंग करते समय निवेश का प्रबंधन, कच्चे माल की सोर्सिंग, टीम व्यवस्था, ट्रेनिंग, मार्केटिंग स्ट्रैटेजी, बिक्री तकनीक, उपकरणों का इस्तेमाल, मैन्यूफैक्चरों या सप्लायर्स से संपर्क करने जैसी अहम चीजों का ध्यान रखें. इसी के आधार पर आप समझ पाएंगे कि बिजनेस के लिए कितने पैसों की जरूरत होगी. आप अपनी जरूरत के हिसाब से लोन भी ले सकते हैं.
मार्केट रिसर्च है बेहद जरूरी
सोलर बिजनेस शुरू करने के लिए मार्केट को किस प्रोडक्ट की जरूरत है, भविष्य में किस चीज की ज्यादा मांग होगी, बिजनेस में लागत कम करके मुनाफा ज्यादा हो इन बातों पर गौर करें. साथ ही इस बिजनेस से जुड़े दूसरे पहलुओं, जैसे कि पुर्जे, उपकरण, मार्केटिंग, भर्ती, प्रतिस्पर्धी, ठेकेदार, आपूर्तिकर्ता, टारगेट ऑडियंस इन सबके बारे में भी रिसर्च करें.
सही लोकेशन का करें चुनाव
सोलर बिजनेस आप किस जगह करेंगे यह काफी मायने रखता है. क्योंकि यह सूर्य की रौशनी पर निर्भर करता है, इसलिए यह ध्यान रखें कि जहां पैनल सेटअप करें वहां सूरज की रोशानी पर्याप्त मात्रा में मिले.
कैसे कराएं रजिस्टर्ड?
सोलर बिजनेस को कंपनी के तौर में कैसे रजिस्टर्ड कराएं यह भी एक अहम सवाल है, क्योंकि इसी के जरिए आप सोलर पैनल बेचने वाले या दूसरी सर्विसेज देने वाले लीगल व्यवसायी होंगे. इसलिए अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड कराने के लिए कंपनी अधिनियम 2013 के तहत, आप कंपनी को प्रोपराइटरशिप, एलएलपी, पार्टनरशिप या एकमात्र निजी या सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड कर सकते हैं. टैक्सेस को ध्यान में रखते हुए इम्प्लॉयर आइडेंटिफिकेशन नंबर (ईआईएन) के लिए रजिस्टर्ड कराएं. किसी जगह पर दुकान या कंपनी खोलने के लिए सर्टिफिकेट ऑफ ऑक्यूपेंसी के लिए अप्लाई करें और भविष्य में होने वाले नुकसान से बचने के लिए बिजनेस इंश्योरेंस लें.
जरूरी दस्तावेज
- जीएसटी रजिस्ट्रेशन
- कंपनी या एलएलपी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- कंपनी का पैन और बैंक खाता नंबर
- सेल्स टैक्स और टीआईएन नंबर
- सर्टिफिकेट ऑफ कमेंसमेंट
- आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन (AOA) और मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MOA)
- शॉप एंड इस्टैबलिशमेंट एक्ट लाइसेंस
कितना लें लोन?
- हीरो फिनकॉर्प के अनुसार सोलर बिजनेस से जुड़े विभिन्न खर्चों को कवर करने के लिए 40 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है.
- सोलर बिजनेस के लिए लोन 8 से 14 फीसदी तक के ब्याज दर पर मिलता है. ये तमाम बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं.
- ईएमआई को आसानी से चुकाने के लिए इसमें 12-60 महीने का रीपेमेंट का वक्त मिलता है. यह भी वित्तीय संंस्थानों की शर्तों पर निर्भर करता है.
- आप लोन का पूरा इस्तेमाल कर सकते हैं.
- आप आसानी से ऑनलाइन लोन ले सकते हैं.
पीएम सूर्य घर योजना से मिलेगी मदद
सोलर बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पीएम सूर्य घर योजना फायदेमंद हो सकती है. इस योजना के के तहत आपको सोलर पैनल की कुल लागत का 40% सब्सिडी के रूप में दिया जाता है. पीएम सूर्य घर योजना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने पर आपको 3 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगभग 1 लाख 50 हजार रुपए में पड़ेगा. अब इसमें सब्सिडी दी जाएगी जो कुल लागत का 40% होगा. इसका मतलब है कि आपको लगभग 70,000 रुपए से अधिक की सब्सिडी मिलेगी.
क्या हैं रिस्क?
सोलर बिजनेस वैसे तो फायदेमंद है, लेकिन बिना सोचे-समझे और रणनीति बनाएं ही इसे शुरू करना घाटे का सौदा साबित हो सकता है. अगर आप मार्केट की सही से जानकारी नहीं लेते हैं तो आप डिमांड के मुताबिक चीजें पेश नहीं कर पाएंगे. इसके अलावा जरूरत से ज्यादा लोन लेकर इस बिजनेस की शुरुआत करने से इसमें घाटा हो सकता है. इसलिए इस बिजनेस की शुरुआत से पहले इन रिस्क फैक्टर्स को भी ध्यान में रखें.