आपके दिए टैक्स ने भर दिया सरकार का खजाना, 2025 शुरू होते ही कमा लिए इतने करोड़
सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 16 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है. व्यक्तिगत आयकर, कॉरपोरेट कर और STT से हुई इस वृद्धि ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं. जानिए, रिफंड और राजस्व लक्ष्यों का नया विश्लेषण.
वित्तीय वर्ष 2024-25 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में शानदार बढ़त देखने को मिली है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 1 अप्रैल 2024 से 12 जनवरी 2025 के बीच डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 15.88 फीसदी की बढ़ोतरी के साथऔर यह आंकड़ा 16.90 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. यह देश के इकोनॉमी लिए अच्छे संकेत हैं.
पर्सनल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन
CBDT के आंकड़ों के अनुसार, सरकार को पर्सनल इनकम टैक्स के हवाले से 8.74 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. वहीं, इसी अवधि में कॉरपोरेट टैक्स 7.68 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) का योगदान भी बेहतरीन रहा. STT क्लैक्शन इस अवधि में 44,538 करोड़ रुपये तक पहुंच गया जो कैपिटल मार्केट की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है.
आंकड़ों के अनुसार, करदाताओं को 3.74 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए. यह आंकड़ा पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 42.49 फीसदी ज्यादा है.
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ग्रॉस टैक्स कलेक्शन और रेवेन्यू टारगेट
1 अप्रैल 2024 से 12 जनवरी 2025 के बीच ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 20 फीसदी की बढ़त के साथ 20.64 लाख करोड़ रुपये रहा. सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में डायरेक्ट टैक्स से 22.07 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया है जिसमें 10.20 लाख करोड़ रुपये कॉरपोरेट कर और 11.87 लाख करोड़ रुपये पर्सनल इनकम टैक्स एवं अन्य टैक्स शामिल हैं.
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में यह बढ़ोतरी भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और करदाताओं के बढ़ते योगदान का संकेत है. कर विशेषज्ञों का मानना है कि यह बढ़त वित्तीय अनुशासन और बेहतर कर अनुपालन को दर्शाती है.