सोने से क्‍यों हो रहा है लोगों का मोह भंग? सर्राफा बाजार में सन्‍नाटे की आशंका: रिपोर्ट

जुलाई में जारी बजट में घोषणा की गई थी कि सोने पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 15% से घटा कर 6% किया जा रहा है लेकिन उसके बाद से सोने की कीमतों में 13 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है.

सोने से क्‍यों हो रहा है लोगों का मोह भंग? सर्राफा बाजार में सन्‍नाटे की आशंका: रिपोर्ट Image Credit: freepik

त्योहार सिर पर है, शादी का सीजन दस्तक दे रहा है और भारत का गोल्ड बाजार है कि हर दिन सोने की कीमतों का नया रिकॉर्ड बना रहा है. बजट में जब सोने पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती की बात हुई थी तब सभी खुश थे कि सोना कुछ सस्ता मिलेगा लेकिन अब सोने की बढ़ती कीमतों ने सर्राफा बाजार के लिए चिंता खड़ी कर दी है.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन बुलिय एंड ज्वैलर्स असोसिएशन (IBJA) के प्रमुख पृथ्वीराज कोठारी ने कहा कि “शुल्क में कटौती के बाद हर कोई खुश था कि डिमांड अच्छी रहेगी क्योंकि ब्याज दरें भी ज्यादा हैं अभी, फिर भी लग रहा था कि इस बार सब अच्छा होगा.”

उन्होंने आगे कहा कि, “लेकिन जिस तरह से सोने की कीमतें ठीक त्योहारी सीजन से पहले बढ़ रही हैं उस हिसाब से लग रहा है कि डिमांड हमेशा से 20 फीसदी कम रहेगी.”

बता दें कि चीन के बाद भारत में लोग सबसे ज्यादा सोना खरीदते हैं.

रॉयटर्स ने एक्सपर्ट के हवाले से कहा है कि ग्राहक सस्ती ज्वैलेरी खरीदना चाहते हैं जो उनके बजट में हो.

सोने की कीमतें गिरी फिर तेजी से बढ़ीं

जुलाई में बजट के दौरान घोषणा की गई कि भारत ने इंपोर्ट ड्यूटी को 15 फीसदी से घटा कर 6 फीसदी कर दिया है. इससे सोने की कीमत चार महीने के निचले स्तर पर यानी 67,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई थी.

लोग खुश थे, लेकिन फिर अचानक सोने की कीमतों ने तेजी पकड़ी और आज उसमें 13.2% की रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है जिससे वह 76,331 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सोने की कीमतें घटने के बाद मांग में तेजी आई.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कई ज्वैलर्स ने त्योहारी सीजन के लिए गहनों के ऑर्डर दे रखे थे लेकिन अब कीमतें बढ़ने की वजह से वे डीलिवरी लेने में आनाकानी कर रहे हैं या अपनी डीलिवरी का 50 फीसदी ही ले रहे हैं.