चीन से रिकॉर्ड स्टील का हुआ आयात, चिंता में घरेलू इंडस्ट्री
भारत ने चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में सबसे अधिक तैयार स्टील का आयात किया है, जिससे घरेलू स्टील उद्योग में चिंता बढ़ गई है. भारत ने चीन से स्टेनलेस स्टील, हॉट-रोल्ड कॉइल, प्लेट्स, इलेक्ट्रिकल शीट्स, गैल्वेनाइज्ड शीट्स, पाइप्स, बार और रॉड्स जैसे ग्रेड का आयात किया है.
भारत में चीन से स्टील का इम्पोर्ट अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में चीन से सबसे ज्यादा स्टील इम्पोर्ट हुआ है. यह चिंता की बात इसलिए है क्योंकि चीन का स्टील भारत में बनने वाले स्टील से सस्ता है. चीन से सस्ता स्टील आने के कारण भारतीय स्टील मिलों में चिंता बढ़ गई है. लोग घरेलू स्टील के बजाय चीन से इम्पोर्ट किया हुआ सस्ता स्टील खरीद रहे हैं, जिससे भारत की घरेलू स्टील उद्योग को नुकसान हो रहा है.
तैयार स्टील का हुआ आयात?
आंकड़ों के अनुसार, चीन से तैयार स्टील का आयात पिछले आठ सालों में सबसे अधिक रहा. भारत, जो दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा कच्चा स्टील उत्पादक है, इस अवधि में अधिक आयात और कम निर्यात कर रहा है. भारत ने 6.5 मिलियन मीट्रिक टन तैयार स्टील आयात किया, जो पिछले साल की तुलना में 26.6% अधिक है. चीन ने अप्रैल-नवंबर के दौरान भारत को 1.96 मिलियन मीट्रिक टन स्टील भेजा, जो पिछले साल की तुलना में 22.8% अधिक है. चीन ने मुख्य रूप से स्टेनलेस स्टील, हॉट-रोल्ड कॉइल, प्लेट्स, इलेक्ट्रिकल शीट्स, गैल्वेनाइज्ड शीट्स, पाइप्स, बार और रॉड्स का निर्यात किया है.
घरेलू स्टील इंडस्ट्री की चिंताएं बढ़ीं
अप्रैल-नवंबर के दौरान जापान से तैयार स्टील का आयात भी पिछले छह सालों में सबसे अधिक रहा. इस दौरान आयात दोगुने से अधिक होकर 1.4 मिलियन मीट्रिक टन हो गया. भारत ने चीन, जापान और दक्षिण कोरिया से कुल तैयार स्टील का 79% आयात किया. इनमें सबसे अधिक हिस्सेदारी हॉट-रोल्ड कॉइल की रही.
मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष में भारत स्टील का कुल आयातक बन गया और तब से आयात लगातार बढ़ रहा है. चीन के सस्ते स्टील की बाढ़ ने भारत की छोटी मिलों को उत्पादन कम करने और नौकरियों में कटौती पर विचार करने के लिए मजबूर किया है.