भारत को नहीं ट्रेड वॉर की चिंता! 90 दिन में हो जाएगा टैरिफ का पुख्ता इंतजाम, सरपट बढ़ेगा निर्यात

Trump Tariff Plan की वजह से उपजे ट्रेड वॉर को लेकर भारत ने न तो चीन की तरह तीखी प्रतिक्रिया दी है और न जापान की तरह घुटने टेके हैं. भारत मोटे तौर पर इस ट्रेड वॉर की चिंता से मुक्त होकर ऐसे इंतजाम में जुटा है, जिससे 90 दिन बाद भारत को टैरिफ की टेंशन ही न रहे.

अगर भारत अमेरिका में टैरिफ को लेकर टकराव नहीं होगा, तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत होगा. Image Credit: freepik

US President डोनाल्ड ट्रंप ने अपने Tariff Plan को फिलहाल 90 दिन के लिए रोक दिया है. इस टैरिफ प्लान के हिसाब से अमेरिका को निर्यात करने पर भारतीय निर्यातकों को 26 फीसदी तक टैरिफ चुकाना पड़ सकता है. लेकिन, भारत ऐसे इंतजाम में जुटा हुआ है कि 90 दिन बाद भारतीय निर्यातकों को टैरिफ की टेंशन से स्थायी राहत मिल जाए. खासतौर पर भारत अमेरिका को निर्यात किए जाने पर टैरिफ के पुख्ता इंतजाम में जुटा है.

क्या है भारत का प्लान?

असल में भारत और अमेरिका टैरिफ वॉर शुरू होने से पहले ही ऐसे द्विपक्षीय व्यापार समझौते यानी Bilateral Trade Agreement पर काम कर रहे हैं, जो दोनों देशों के लिए विन-विन साबित हो. PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक भारतीय अधिकारी का कहना है कि इस बात की पूरी संभावना है कि आने वाले 90 दिनों के भीतर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार पर कोई समझौता हो जाए.

आखिरी चरण में है बातचीत

रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि दोनों देशों ने समझौते पर बातचीत शुरू करने के लिए सौदेबाजी की शर्तों को पहले ही अंतिम रूप दे दिया है. इस तरह देखा जाए, तो बातचीत अंतिम चरण में है और इस बात की पूरी संभावना है कि 90 दिनों के भीतर दोनों देशों के बीच एक ऐसा समझौता हो जाए, जो दोंनों के लिए फायदे का सौदा साबित हो.

2030 तक 500 अरब डॉलर का लक्ष्य

भारत और अमेरिका ने अपने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 500 अरब डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए दोनों देश अलग से बताचीत कर रहे हैं. व्यापार बढ़ाने के लिए जारी बातचीत के तहत दोनों देश इस साल सितंबर-अक्टूबर तक एक ठोस योजना तैयार करना चाहते हैं. इस तरह देखा जाए, अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत करने में भारत अन्य देशों से काफी आगे है.

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