अब भारत में बॉर्बन व्हिस्की खरीदना हुआ सस्ता, सरकार ने घटाई कस्टम ड्यूटी

भारत में शराब की कीमतों को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. नई नीति के तहत एक खास तरह की विदेशी शराब पर भारी कटौती की गई है, जबकि बाकी ब्रांड्स को इससे कोई राहत नहीं मिली है. जानें पूरी खबर!

विदेशी शराब पर सरकार का बड़ा फैसला Image Credit: SimpleImages/Moment/Getty Images

Centre Reduces Customs Duty on Bourbon Whiskey: भारत सरकार ने बॉर्बन व्हिस्की के शौकीनों के लिए राहत की खबर दी है. वित्त मंत्रालय ने 13 फरवरी 2025 को एक अधिसूचना जारी कर बॉर्बन व्हिस्की पर 50 फीसदी कस्टम ड्यूटी घटा दिया है. बॉर्बन व्हिस्की पर पहले 150 फीसदी कस्टम ड्यूटी अप्लाई होती थी. इस फैसले से अमेरिका से इंपोर्टेड बॉर्बन व्हिस्की भारतीय बाजार में ग्राहकों को अब सस्ती कीमतों पर मिलेगी. समाचार एजेंसी पीटीआई के रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग द्वारा अधिसूचना संख्या 14/2025-कस्टम्स के तहत बॉर्बन व्हिस्की (कैटेगरी 2208 30 11 और 2208 30 91) पर आयात शुल्क घटाया गया है. हालांकि, अन्य सभी प्रकार की विदेशी शराब जैसे कि स्कॉच व्हिस्की, वाइन और अन्य एलकोहल (टैरिफ आइटम 2204, 2205, 2206 और 2208) पर है 100 फीसदी कस्टम ड्यूटी बरकरार रहेगा.

भारत में बॉर्बन की बढ़ती मांग

भारत में बॉर्बन व्हिस्की का बाजार अभी छोटा है लेकिन धीरे-धीरे इसकी मांग बढ़ रही है. भारत के कुल व्हिस्की बाजार में बॉर्बन की हिस्सेदारी 1 फीसदी से भी कम है लेकिन बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम और लग्जरी शराब की ओर झुकाव इस सेगमेंट को मजबूत बना रहा है. बॉर्बन व्हिस्की ब्रांड्स जैसे Weller और अन्य अमेरिकी प्रोडक्ट अब अधिक कंपटीशन कीमत पर उपलब्ध हो सकते हैं, जिससे इनके आयात में वृद्धि होने की संभावना है.

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भारत में व्हिस्की बाजार

भारत में घरेलू व्हिस्की की बिक्री और राजस्व वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है. यह दर्शाता है कि भारत में व्हिस्की की मांग बहुत अधिक है और यहां के घरेलू ब्रांड्स वैश्विक बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. Statista के रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में व्हिस्की बाजार 2025 में अनुमानित रूप से 18.1 अरब अमेरिकी डॉलर ( लगभग 148,420 करोड़) तक पहुंचने की उम्मीद है. इससे घरेलू बाजार (सुपरमार्केट और कंवीनियंस स्टोर्स) से 17.5 अरब डॉलर और रेस्तरां एवं बार से 0.6 अरब डॉलर की इनकम होगी.