Tariff War पर बोले पीयूष गोयल, US से टेबल पर बंदूक रखकर बात नहीं होगी, लेकिन अपने हितों की रक्षा करेंगे

Tariff को लेकर केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका के साथ समझौते पर भारत का रुख स्पष्ट किया है. गोयल का कहना है कि भारत किसी भी देश के साथ टेबल पर बंदूक रखकर बात नहीं करता है. लेकिन, अपने हितों की रक्षा करना जानता है और इस बार भी ऐसा ही किया जाएगा.

पीयूष गोयल ने कहा कि भारत की विकास कहानी बरकरार रहेगी. Image Credit: Tv9 Bharatvarsh

Trump Tariff War की वजह से भारतीय निर्यातकों को होने वाले नुकसान पर बैठक करने के बाद वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत इस मामले में अपने हितों की हर हाल में रक्षा करेगा. गोयल ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते यानी BTA की बातचीत में हुई प्रगति के बारे में बताते हुए कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों और जनहित की रक्षा करते हुए समझौते पर बातचीत कर रहा है. इस मामले में जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा. गोयल ने बताया कि बातचीत को ‘इंडिया फर्स्ट’ के सिद्धांत के आधार पर आगे बढ़ाया जा रहा है.

हम बंदूक की नोक पर बात नहीं करते

पीयूष गोयल ने कहा कि भारत किसी से बंदूक की नोक पर बात नहीं करता है. गोयल ने कहा, “हमने पहले भी कई बार कहा है कि हम टेबल पर बंदूक रखके नेगोशिएट नहीं करते हैं। समय की पबंदियां अच्छी रहती हैं, क्योंकि इससे बातचीत तेजी से होती है. लेकिन, जब तक देशहित और जनहित को सुरक्षित रखना हो, तो जल्दबाजी करना अच्छा नहीं है.

2030 तक 500 अरब डॉलर कारोबार का लक्ष्य

भारत और अमेरिका ने द्विपक्षीय कारोबार को 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. फिलहाल, दोनों देशों के बीच करीब 191 अरब डॉलर का कारोबार होता है. द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाने के लिए दोनों देशों ने BTA को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाने का फैसला किया है. इसके तहत BTA के पहले चरण पर इस साल सितंबर से अक्टूबर के बीच समझौता किए जाने का लक्ष्य रखा गया है.

भारत-यूरोप ट्रे् समझौते पर भी बात जारी

भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार समझौते पर गोयल ने कहा कि व्यापार वार्ता तब आगे बढ़ती है, जब दोनों पक्ष एक-दूसरे की चिंताओं और जरूरतों के प्रति संवेदनशील होते हैं. उन्होंने कहा, इस बारे में केवल इतना बताया जा सकता है कि सभी व्यापार वार्ताएं इंडिया फर्स्ट के सिद्धांत के साथ 2047 विकसित भारत निर्माण के लक्ष्य को ध्यान में रखकर की जा रही हैं और अच्छी तरह से आगे बढ़ रही हैं.” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ में व्यवसायों को गैर-टैरिफ बाधाओं के कारण भी कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इन मसलों पर भी बात हो रही है.

IMEC से करीब आएंगे भारत-इटली

इटली-भारत व्यापार मंच को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है, जिससे दोनों पक्षों के आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने में मदद मिले. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि IMEC यानी भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर से भारत और इटली को एक-दूसरे के और करीब आने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही गोयल ने कहा, “दोनों पक्षों में निवेश को प्रोत्साहित करने, कारोबारियों को बिना किसी बाधा के एक-दूसरे के साथ व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है. मुझे लगता है भारत और इटली के बीच जल्द ही द्विपक्षीय व्यापार को 15 अरब डॉलर के स्तर से बढ़ाया जा सकता है.”

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