अब बैंकों पर आया ग्राहकों का दिल, 2 महीने के उच्च स्तर पर पहुंची डिपॉजिट ग्रोथ
बैंकों के प्रयासों की बदौलत सितंबर में डिपॉजिट वृद्धि पिछले दो महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. लोग बैंकों में पैसा जमा कर रहे हैं, जिससे बैंकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, 20 सितंबर 2024 तक बैंकों की डिपॉजिट राशि में 11.34 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि 6 सितंबर को यह दर 10.96 प्रतिशत थी.
भारतीय बैंकों में पिछले कुछ महीनों से डिपॉजिट राशि में बढ़ोतरी हुई है. बैंकों के प्रयासों की बदौलत सितंबर में डिपॉजिट वृद्धि पिछले दो महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. लोग बैंकों में पैसा जमा कर रहे हैं, जिससे बैंकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, 20 सितंबर 2024 तक बैंकों की डिपॉजिट राशि में 11.34 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि 6 सितंबर को यह दर 10.96 प्रतिशत थी.
आंकड़ों के अनुसार, 28 जून 2024 तक बैंकों की डिपॉजिट वृद्धि दर 12.55 प्रतिशत थी, जो 12 जुलाई से 6 सितंबर के बीच 10.64 प्रतिशत से 11.09 प्रतिशत के बीच रही. दूसरी ओर, इस दौरान लोन वृद्धि दर 13 प्रतिशत पर स्थिर रही. बैंकों द्वारा जारी अस्थायी आंकड़ों से पता चला है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में डिपॉजिट वृद्धि दर वार्षिक आधार पर पहली तिमाही की तुलना में अधिक रही.
किस बैंक में कितनी बढ़ोतरी हुई
बैंक ऑफ बड़ौदा ने Q2FY25 में अपनी वैश्विक जमा में 9.11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि Q1FY25 में यह 8.83 प्रतिशत थी. इसी तरह, Q2FY25 में घरेलू जमा में Q1FY25 की 5.25 प्रतिशत की तुलना में 7.14 प्रतिशत की वृद्धि हुई. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने जुलाई-सितंबर तिमाही में कुल जमा में 9.17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि अप्रैल-जून तिमाही में यह 8.52 प्रतिशत थी.
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के ऋण और एडवांस 30 सितंबर 2023 को 1,83,236 करोड़ रुपये से बढ़कर एक साल बाद 2,22,188 करोड़ रुपये हो गए, जो 21.3 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्शाता है. इसी अवधि में ग्राहक जमा 1,64,726 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,17,738 करोड़ रुपये हो गए, जो 32.2 प्रतिशत की वृद्धि है. वहीं एचडीएफसी बैंक में जमा वृद्धि दर 15 प्रतिशत देखने को मिली है.