Fed के फैसले से सहमा रुपया, ऑल-टाइम लो गिरकर 85 के पार पहुंचा
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती करने के फैसले के बाद रुपया फिसलकर ऑल टाइम लो पर आ पहुंचा है. 18 दिसंबर को करेंसी मार्केट में रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ एक डॉलर के मुकाबले 85.06 रुपये के स्तर पर आ गया.
Rupee All Time Low: पहली बार रुपया ऑल टाइम लो के स्तर पर पहुंच गया है. गुरुवार, 18 दिसंबर को करेंसी मार्केट में रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ एक डॉलर के मुकाबले 85.06 रुपये के लेवल के नीचे चला गया है. यह गिरावट अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख ब्याज दरों में से 25 आधार अंक की कटौती करने और 2025 में कम दर कटौती का संकेत देने के बाद आई है. इसके बाद मुद्रा पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है. इस गिरावट के बाद आयात महंगा हो सकता है वहीं निर्यातकों को इससे लाभ होने की उम्मीद है.
कई एशियाई देशों के मुद्रा में गिरावट?
करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले 85.04 के स्तर पर खुला और फिसलकर 85.07 के स्तर पर जा गिरा. पिछले सेशन में रुपया 84.96 के लेवल पर बंद हुआ था. ये पहली बार हो रहा है जब एक डॉलर के मुकाबले रुपये 85 के स्तर तक लुढ़क गया है. इंपोर्ट की ओर से डिमांड बढ़ने, शेयर बाजार में बिकवाली कर विदेशी निवेशक भी अपना पैसा निकाल रहे हैं. इसके कारण डॉलर की मांग में बढ़ोतरी हुई और रुपये में गिरावट आ गई. रुपये के अलावा कई दूसरी एशियाई मुद्राओं में भी कमजोरी आई है. कोरियाई वॉन, मलेशियाई रिंगिट और इंडोनेशियाई रुपिया सभी में कारोबार के दौरान 0.8 फीसदी से 1.2 फीसदी की गिरावट आई है.
फेड रिजर्व ने क्या कहा?
अमेरिकी फेडरल बैंक ने दो दिनों की मीटिंग के बाद 18 दिसंबर को पॉलिसी का ऐलान करते हुए ब्याज दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती कर दी है. लेकिन फेड ने 2025 के लिए अपने अनुमानित महंगाई दर को 2.1 फीसदी से बढ़ाकर 2.5 फीसदी कर दिया है. फेड रिजर्व का कहना है कि अगले साल यानी 2025 में वह केवल दो बार अपनी ब्याज दरों में कटौती करेगा. हालांकि पहले फेड रिजर्व ने 4 बार कटौती करने की बात कही थी. इस फैसले के बाद निवेशकों ने भारतीय बाजार से अपने पैसे निकाल रहे है जिसके कारण डॉलर के मुकाबले रुपया सहित दूसरी करेंसी कमजोर हुई है.