ये है भारत का सबसे बड़ा मोमो कारोबारी, जाने कितना है कमाता
साल 2022 में लॉन्च हुआ wow momo ने पूरी मोमो इंडस्ट्री में हलचल ला दिया है. फास्ट-फूड चेन और ऑर्गेनाइज्ड मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी वाउ मोमो को उम्मीद है कि अगले तीन सालों में कंपनी का रेवेन्यू 25% बढ़कर लगभग 100 करोड़ रुपये हो जाएगा.
पिछले कुछ सालों में ओवरऑल मोमो की बिक्री में तेजी आई है. लोगों को मोमो से अधिक लगाव हो गया है. हालांकि, मोमो को एक अनहेल्दी फूड के तौर देखा जाता रहा है. लेकिन फिर भी इसको खाने वालों में कमी नहीं आई है. ऐसे में इसका बाजार भी बड़ा होता जा रहा है. हर रोज नए-नए ब्रांड मार्केट में आ रहे है. लेकिन wow momo ने पूरी मोमो इंडस्ट्री में हलचल ला दिया है. फास्ट-फूड चेन और ऑर्गेनाइज्ड मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी वाउ मोमो को उम्मीद है कि अगले तीन सालों में कंपनी का रेवेन्यू 25% बढ़कर लगभग 100 करोड़ रुपये हो जाएगा.
मसालों के कैटेगरी में उतरने की तैयारी
कंपनी ने साल 2022 में अपना वर्टिकल लॉन्च किया था. वर्तमान समय में इससे लगभग 45 करोड़ रुपये की कमाई करता है. कोलकाता स्थित वाउ मोमो कई चीजें बेचता है. इसमें फ्रोजन मोमोज , कप्पा नूडल्स, थुकपा, नारियल पानी, फ्रोजन फूड्स आदि शामिल है. कंपनी के सीईओ सागर दरयानी ने ईटी से बात करते हुए कहा कि कंपनी जल्द ही सॉस और मसालों की कैटेगरी में उतरने की तैयारी में है.
ऐसे बेचती है कंपनी मोमो
वाउ मोमो के खुद के कई आउटलेट है. इसके अलावा कंपनी, रिलायंस और डीमार्ट जैसे स्टोर पर अपने मोमो बेचती है. अमेजन, बिगबास्केट और स्विगी इंस्टामार्ट के माध्यम से भी wow momo बेचती है. वाउ मोमो ने फ्रोजन फूड ब्रांड सुमेरु के पूर्व सीईओ मिथुन अप्पैया को अपने कंपनी का Chief Executive नियुक्त किया है.
क्या है आगे का प्लान?
wow momo को दरयानी, मुरली कृष्णन और बिनोद होमगई द्वारा शुरू किया गया था. इस साल जनवरी में कंपनी के विकास और विस्तार के लिए 350 करोड़ रुपये जुटाए थे. अभी तक इस स्टार्टअप ने कुल 500 करोड़ रुपये जुटाए हैं. वाउ मोमो 20 करोड़ रुपये के निवेश के साथ मुंबई में अपनी दूसरी प्रोडक्शन यूनिट खोलने की तैयारी में है. मोमो के अलावा कंपनी वाउ चिकन, वाउ चाइना और वाउ कुल्फी सहित कई और उप-ब्रांडों के लॉन्च कर सकती है.
ऐसे हुई थी कंपनी की शुरुआत
सागर दरयानी और बिनोद होमगाई को कोलकाता के सेंट जेवियर्स में ग्रैजुएशन की पढ़ाई के दौरैन वाउ मोमो का आइडिया आया. उसके बाद कंपनी की शुरुआत 29 अगस्त 2008 को हुई थी. उन्होंने कस्टमर को सिर्फ मोमो नहीं बल्कि एक अनुभव देने का फैसला किया. इसलिए उन्होंने इसे बस वाउ मोमो नाम दिया. मूल विचार एक ऐसा अनुभव बनाना था जो उनके ग्राहकों को सिर्फ एक शब्द कहे और वह है वाउ.