इस गांव से निकली भारत की सबसे पावरफुल भाइयों की तिकड़ी, इनके अंडर में रहा 52 लाख करोड़
तमिलनाडु के छोटे से गांव से मोहनुर से निकले तीन भाइयों ने एक समय में कॉरपोरेट जगत में ऐसी लाइन खींची की उसे मिटा पाना लगभग नामुमकिन है. आज हम बात करेंगे एक समय में TATA, TCS और Murugappa जैसे कंपनियों में ₹52 लाख करोड़ के कारोबार को संभाल रहे इन तीन भाइयों की.
‘तीन भाई तीनों तबाही’, वाली लाइन तमिलनाडु के इन तीन भाइयों पर बिल्कुल सटीक बैठती है. तमिलनाडु के छोटे से गांव मोहनुर से निकले तीन भाइयों ने एक समय में कॉरपोरेट जगत में ऐसी लाइन खींची की उसे मिटा पाना लगभग नामुमकिन है. जी हां, आज हम बात करेंगे एक समय में TATA, TCS और Murugappa जैसे कंपनियों में ₹52 लाख करोड़ के कारोबार को संभाल रहे इन तीन भाइयों की. इन तीनों भाइयों का नाम एन चंद्रशेखरन, एन गणपति सुब्रमण्यम, एन श्रीनिवासन है.
एन चंद्रशेखरन टाटा संस के चेयरमैन के रूप में कार्यरत है. उनके भाई एन गणपति सुब्रमण्यम TCS के CEO के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके है. जबकि सबसे बड़े भाई एन श्रीनिवासन मुरुगप्पा ग्रुप में ग्रुप फाइनेंस डायरेक्टर के पद से रिटायर हो चुके है. हालांकि, एन चंद्रशेखरन अभी भी टाटा संस के चेयरमैन के रूप में कार्यरत है.
ये भी पढे़: भारत में खटाखट बढ़ रहे हैं करोड़पति, 10 करोड़ इनकम वालों ने किया सरप्राइज ! कौन हैं ये अमीर
तमिलनाडु के छोटे गांव से निकल किया कमाल
तमिलनाडु के नमक्कल जिले के मोहनुर गांव के तीन भाइयों ने देशभर में एक मिसाल कायम किया है. तीनों भाई जो रोजाना 3 किलोमीटर पैदल चलकर अपने स्कूल जाते थे. इतने स्ट्रगल के बाद जब तीनों भाइयों ने उद्योग जगत में बेहतर मुकाम को हासिल कर लिया तो पिता एस नटराजन ने कहा कि भगवान उन पर बहुत दयालु हैं.
ऐसे पहुंचे शीर्ष पदों पर..
TATA के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री को पद से हटाए जाने के बाद एन चंद्रशेखरन ने 25 अक्टूबर 2016 को कंपनी के बोर्ड में निदेशक के तौर पर शामिल हैं. एन गणपति सुब्रमण्यम कॉलेज के आखिरी साल में ही वे एस कंपनी से जुड़ गए थे. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. तीन भाइयों में सबसे बड़े एन श्रीनिवासन ने जनवरी 2007 से मुरुगप्पा ग्रुप के Finance Director हैं. इसके अलावा वे एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं.
इतना है मार्केट कैप
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की मार्केट कैप 14 नवंबर 2024 तक INR 15.01 trillion है. वहीं टाटा ग्रुप की मार्केट कैपिटलाइजेशन 20 अगस्त, 2024 तक ₹33.7 trillion है. बात अगर हम मुरुगप्पा ग्रुप की करें तो 31 मार्च 2024 तक इसकी मार्केट कैप 3,44,626 करोड़ है.
ये भी पढे़: ये है 237 साल पुराना साबुन, लक्स-लाइफ बाय भी नहीं तोड़ पाए बादशाहत