अब अनिल अंबानी का क्या होगा? IndusInd के संकट ने बिगाड़ा खेल
हिंदुजा ग्रुप की इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स यानी IIHL अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल का अधिग्रहण करेगी. इसके लिए फंड जुटाया जा रहा है, लेकिन हिंदुजा ग्रुप कीएक और कंपनी इंडसइंड बैंक में मिली खामियों के चलते निवेशक चिंता में हैं.
IIHL acquiring Reliance Capital: हिंदुजा ग्रुप की IndusInd Bank इन-दिनों लगातार सुर्खियों में है. बैंक की ओर से डेरिवेटिव अकाउंट में मिली खामियों के खुलासे के बाद से इसे शेयर धड़ाम हो गए थे. ये 11 मार्च को 27 फीसदी तक लुढ़क गए थे. हालांकि प्रमोटर की ओर से बैंक पर भरोसा जताए जाने के बाद अगले दिन 12 मार्च को इसमें 14 फीसदी तक बंपर उछाल देखने को मिला. शेयरों में इस तेजी के बावजूद कंपनी के सामने कई मुसीबतें हैं. इंडसइंड बैंक का ये संकट अब अनिल अंबानी पर भी भारी पड़ता नजर आ रहा है. दरअसल हिंदुजा ग्रुप की इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL) एनसीएलटी के कर्ज समाधान प्रक्रिया के तहत अंबानी की रिलायंस कैपिटल को खरीदने वाली है. इससे लिए फंड जुटाया जा रहा है. मगर इसी ग्रुप की इंडसइंड बैंक में मिली खामियों के चलते IIHL में पैसा लगाने की सोच रहें निवेशक दुविधा में हैं.
ईटी की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि गुरुवार यानी 13 मार्च को होने वाली फंडिंग अब अगले हफ्ते तक टल गई है. कुछ निवेशक IIHL के क्रेडिट रिस्क को दोबारा चेक करना चाहते हैं. हालांकि IIHL के प्रवक्ता का कहना है कि ये तथ्य सही नहीं है. फंडिंग पूरी तरह से पक्की है. बार्कलेज और 360 वन ने इसे अंडरराइट किया है. निवेशक तैयार हैं और सभी जरूरी कागजात पूरे हैं. इसमें किसी नए जांच की जरूरत नहीं है. उनका कहना है कि ₹4,500 करोड़ के आखिरी हिस्से के कागजी काम चल रहे हैं और मॉरीशस-भारत में बैंक हॉलिडे की वजह से 7 दिन की मोहलत ली गई है.
बैंक ने कैसे बिगाड़ा खेल?
IndusInd Bank के शेयरों में बीते दिनों बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. इसकी अहम वजह फॉरेक्स डेरिवेटिव पोर्टफोलियो के अकाउंट्स में गड़बडि़यों का सामने आना था. बैंक ने लगभग 1,577 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का खुलासा किया था. इससे बैंक की नेटवर्क पर भी 2.35% का असर पड़ने का अनुमान जताया गया था. बैंक में मिली इस गड़बड़ी की वजह से IIHL में पैसा लगाने वाले निवेशक भी सोच में पड़ गए हैं.
NCLT ने दी थी डेडलाइन
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक NCLT मुंबई ने 12 मार्च को IIHL को रिलायंस कैपिटल की डील 20 मार्च तक पूरी करने का ऑर्डर दिया था. साथ ही अगली सुनवाई 25 मार्च को रखी है. अशोक हिंदुजा के मुताबिक कंपनी ने ₹5,600 करोड़ से ज्यादा क्रेडिटर्स के अकाउंट में डाल दिए गए हैं. इस ₹9,650 करोड़ की डील में ₹7,300 करोड़ कर्ज और बाकी इक्विटी से आएंगे. सितंबर में IIHL की सब्सिडियरी साइक्योर इंडिया ने 14.50% ब्याज पर ₹3,000 करोड़ जुटाए थे, और बाकी ₹4,300 करोड़ अब जुटने थे.
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क्या था मामला?
IIHL ने अप्रैल 2023 में इंसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड की कर्ज समाधान प्रक्रिया के तहत रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए लगाई गई बोली जीती थी. IIHL 9,650 करोड़ में रिलायंस कैपिटल को खरीदेगी. अधिग्रहण के लिए इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स ने इस साल की शुरुआत में आरबीआई समेत सभी जगहों से जरूरी अप्रूवल ले लिए थे. इसका अधिग्रहण करते ही कंपनी अपने बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा पोर्टफोलियो का विस्तार कम कर पाएगी, वहीं इस डील से अनिल अंबानी की देनदारी कम हो सकेगी.