IndusInd Bank में 1,979 करोड़ की गड़बड़ी से बड़े झटके की आशंका, नेटवर्थ में भारी नुकसान का अनुमान
IndusInd Bank: 10 मार्च को बाजार बंद होने के बाद इंडसइंड बैंक ने अपने डेरिवेटिव अकाउंट बैलेंस में करीब 1,530 करोड़ रुपये की गड़बड़ियों को उजागर किया था. नई फाइलिंग में कहा गया है कि बैंक को 15 अप्रैल 2025 को बाहरी एजेंसी से रिपोर्ट मिली है.

IndusInd Bank: इंडसइंड बैंक लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि बैंक के डेरिवेटिव संकट की स्टडी करने के लिए नियुक्त बाहरी एजेंसी ने 30 जून 2024 तक 1,979 करोड़ रुपये के नेगेटिव प्रभाव का अनुमान लगाया है. यह उस तारीख तक बैंक की 63,815 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति का 3.1 फीसदी होगा. बैंक ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर, उसने दिसंबर 2024 तक अपनी कुल संपत्ति पर 2.27 फीसदी के नेगेटिव प्रभाव (ऑन पोस्ट टैक्स बेसिस) का आकलन किया है. रेगुलेटरी खुलासे के अनुसार, 31 दिसंबर तक इंडसइंड बैंक की कुल संपत्ति 65,102 करोड़ रुपये थी.
2.35 फीसदी नेगेटिव प्रभाव अनुमान
10 मार्च को बाजार बंद होने के बाद इंडसइंड बैंक ने अपने डेरिवेटिव अकाउंट बैलेंस में करीब 1,530 करोड़ रुपये की गड़बड़ियों को उजागर किया था. मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुमंत कठपालिया ने इस खुलासे के तुरंत बाद एनालिस्ट को बताया कि इस वजह से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) उन्हें तीन साल के बजाय सिर्फ़ एक साल का एक्सटेंशन दे सकता है.
10 मार्च को बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि डेरिवेटिव पोर्टफोलियो के खातों से संबंधित प्रक्रियाओं के इंटरनल रीव्यू में इन खामियों का पता चला. तब बैंक ने कहा था कि दिसंबर तक बैंक की कुल संपत्ति पर लगभग 2.35 फीसदी नेगेटिव प्रभाव अनुमान लगाया गया था.
बाहरी एजेंसी से मिली रिपोर्ट
नई फाइलिंग में कहा गया है कि बैंक को 15 अप्रैल 2025 को बाहरी एजेंसी से रिपोर्ट मिली है, जिसमें डेरिवेटिव डील्स से संबंधित गड़बड़ियों की पहचान की गई है. बैंक के बोर्ड ने मंगलवार को इस मामले पर चर्चा की. इंडसइंड बैंक ने कहा कि वह वित्त वर्ष 2025 के वित्तीय डिटेल्स में परिणामी प्रभाव को उचित रूप से दर्शाएगा और बैंक के डेरिवेटिव अकाउंटिंग ऑपरेशन से संबंधित इंटरनल कंट्रोल को बढ़ाने के लिए उचित कदम उठाना जारी रखेगा.
कठपालिया ने 10 मार्च को एनालिस्ट को बताया कि बैंक मार्च 2025 को समाप्त होने वाली चौथी तिमाही के दौरान इस एकमुश्त प्रभाव को झेलने के लिए स्वस्थ है. रॉयटर्स के अनुसार, बैंक ने अकाउंटिंग खामियों की फोरेंसिक रीव्यू करने के लिए ग्रांट थॉर्नटन को भी नियुक्त किया है.
चुनौतियों उबर जाएगा बैंक
मिंट के अनुसार, इस बीच इंडसइंड बैंक के प्रमोटर, इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने कठपालिया की बैंक को उसकी चुनौतियों से उबारने की क्षमता पर पूरा भरोसा जताया. मिंट ने 12 मार्च को रिपोर्ट दी. हिंदुजा ने बताया कि बैंक की 65,102 करोड़ रुपये की नेट वर्थ और अन्य प्रमुख मीट्रिक डेरिवेटिव अकाउंट बैलेंस में लगभग 1,530 करोड़ रुपये की गड़बड़ियों से उत्पन्न होने वाले किसी भी झटके को झेलने के लिए पर्याप्त थे.
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