हैप्पी दिवाली : 35 रुपये किलो मिलेगी प्याज, दिल्ली पहुंची कांदा एक्सप्रेस

प्याज के महंगे दाम से अब आपका जायका खराब नहीं होगा. त्योहारी सीजन को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार की तरफ से चलाई गई कांदा एक्सप्रेस 840 टन प्याज लेकर बुधवार सुबह दिल्ली पहुंच गई है. दिवाली से पहले प्याज की इस आवक से खासतौर पर एनसीआर के लोगों को राहत मिलेगी.

क्यों महंगा हो रहा है प्याज. (सांकेतिक फोटो) Image Credit: PTI

त्योहारी सीजन में प्याज की कीमत काबू में रखने के लिए शुरू की गई कांदा एक्सप्रेस की दूसरी खेप 840 टन प्याज के साथ बुधवार को दिल्ली पहुंची. इससे पहले कांदा एक्सप्रेस से 1,600 टन प्याज दिल्ली जा चुकी है. बुधवार को कांदा एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंची प्याज का ज्यादातर हिस्सा आजादपुर मंडी में बेचेने के लिए उपलब्ध होगा. इसके अलावा इस स्टॉक के एक हिस्से को सरकार की तरफ से 35 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खुदरा बिक्री के लिए रखा गया है.

उपभोक्‍ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत उपभोक्ता मामले विभाग की तरफ से यह पहल शुरू की गई है. मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत विभाग ने भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) के जरिये प्याज की खरीद की है. यह पहली बार है, जब विभिन्न क्षेत्रों में समय पर प्याज की मांग पूरी करने के लिए ट्रेन के जरिये प्याज की बड़े पैमाने पर आपूर्ति की गई है.

नैफेड ने इससे पहले नासिक से ट्रेन से 840 टन प्याज 26 अक्टूबर, 2024 को चेन्नई पहुंचाया था. इसके अलावा गुवाहाटी के लिए एक भी एक ट्रेन बुधवार को रवाना की गई है. इस तरह रेल के जरिये प्याज आपूर्ति के चलते देशभर में प्याज के दाम आए तेज उछाल पर लगाम लगी है. सरकार ने इस वर्ष प्याज के मूल्य को स्थिर रखने के लिए 4.7 लाख टन रबी प्याज की खरीद की है.

यहां मिलेगा 35 रुपये किलो प्याज

केंद्र सरकार ने खुदरा उपभोक्ताओं को 35 रुपये किलो की दर से प्याज उपलब्ध कराने के लिए सफल, केंद्रीय भंडार और रिलायंस रिटेल जैसी खुदरा श्रृंखलाओं के साथ भागीदारी की है. केंद्र सरकार ने यह पहल 5 सितंबर से शुरू की है. इसके लिए अब तक 1.40 लाख टन से अधिक प्याज नासिक और अन्य केंद्रों से ट्रकों से भी रवाना की गई है.

कांदा एक्सप्रेस का प्याज के दाम पर असर

आजादपुर मंडी में बड़े पैमाने पर प्याज उतारे जाने का असर नीचे दिए गए ग्राफ में देखा जा सकता है. इसमें पता चलता है कि जब पिछले साल कम आवक के बाद भी सितंबर से अक्टूबर के आखिरी सप्ताह तक प्याज के दाम कम 25 रुपये किलो से कम ही बने रहे.

कितने राज्यों में पहुंची कांदा एक्सप्रेस

अभी तक देश के 22 से ज्यादा 156 जगहों तक प्याज उपलब्ध कराई गई है. इसके अलावा 9 राज्य सरकारों व सहकारी समितियों को भी खुदरा वितरण के लिए 86,500 टन प्याज आवंटित की गई है.