IPL से 11700 करोड़ तक पहुंची BCCI की कमाई, फिर भी टैक्स जीरो; ऐसा क्यों?

BCCI, IPL आयोजित कर हजारों करोड़ों की कमाई करता है. IPL में कितना पैसा बहता है ये भी बताने की जरूरत नहीं. लेकिन सभी को अपनी कमाई पर टैक्स देना होता है. लेकिन BCCI को नहीं. इसके पीछे वजह है. चलिए यहां जानते हैं कि BCCI की IPL से कितनी कमाई होती है और उसे टैक्स क्यों नहीं देना पड़ता.

BCCI को क्यों नहीं देना पड़ता टैक्स? Image Credit: PTI/Canva

BCCI IPL Zero Tax: भारत में क्रिकेट का क्रेज इतना है कि BCCI ने अलग से IPL आयोजित करना शुरू किया जो सुपरहिट हो गया है. ऑक्शन से लेकर चैंपियन बनने तक इसमें हजार करोड़ रुपये बहाए जाते हैं. बीसीसीआई को बड़े स्पॉन्सर्स मिलते हैं और इससे तगड़ी कमाई होती है. देश में जिसकी भी तय लिमिट से ज्यादा इनकम होती है तो उन्हें देना होता है इनकम टैक्स. लेकिन BCCI सरकार को अपनी कमाई से जीरो टैक्स देती है. मतलब बीसीसीआई पर कोई टैक्स लगता ही नहीं है. लेकिन क्यों?

IPL से कितनी होती है कमाई

BCCI की एनुअल रिपोर्ट के अनुसार, IPL 2023 से BCCI ने 5,120 करोड़ रुपये का सरप्लस कमाया था. इससे पिछले साल यानी IPL 2022 के 2,367 करोड़ रुपये की तुलना में 116% ज्यादा है. 2023 में केवल आईपीएल से बीसीसीआई की टोटल इनकम 11,769 करोड़ रुपये थी जो इससे पिछले साल के मुकाबले 78% ज्यादा थी.

लेकिन फिर भी बीसीसीआई को टैक्स नहीं देना पड़ता.

BCCI टैक्स क्यों नहीं देता?

2021 में, इनकम टैक्स अपेलेट ट्रिब्यूनल (ITAT) ने BCCI के पक्ष में फैसला सुनाया था. ट्रिब्यूनल ने माना कि भले ही BCCI IPL से मोटी कमाई कर रहा है, लेकिन उसका मुख्य उद्देश्य क्रिकेट को प्रमोट करना है. इसी वजह से BCCI को टैक्स छूट मिलती है, क्योंकि उसकी आमदनी क्रिकेट को बढ़ावा देने में इस्तेमाल की जाती है. यह फैसला 2 नवंबर 2021 को आया था.

हालांकि, IPL में खेलने वाले खिलाड़ियों की कमाई पर टैक्स लगता है.

दरअसल BCCI इनकम टैक्स की धारा 12ए के तहत एक चैरिटेबल संगठन के रूप में रजिस्टर्ड है. इसका मतलब है कि उन्हें आईपीएल से कमाई पर इनकम टैक्स नहीं देना होता है, क्योंकि BCCI क्रिकेट को प्रमोट करने के लिए बना है.

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BCCI का क्या कहना है?

ET की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016-17 में इनकम टैक्स विभाग ने BCCI को तीन शो-कॉज नोटिस भेजे थे. इसमें पूछा गया था कि BCCI को मिलने वाली टैक्स छूट रद्द कर दी जाए, क्योंकि वह IPL से कमाई कर रहा है.

लेकिन ट्रिब्यूनल ने इस इस दलील को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा कि IPL एक ऐसा स्पोर्ट्स टूर्नामेंट है, जिसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह ज्यादा लोकप्रिय हो. इसके चलते स्पॉन्सरशिप और फंडिंग बढ़ती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि क्रिकेट को प्रमोट करने का उद्देश्य खत्म हो गया.

रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI का कहना था कि इनकम टैक्स विभाग सिर्फ IPL से होने वाले सरप्लस पर ध्यान दे रहा है, जबकि पूरे क्रिकेट बोर्ड की गतिविधियों को नहीं देख रहा.