IRDAI का तगड़ा एक्शन, Flipkart पर लगाया 1.06 करोड़ रुपये जुर्माना; ये है वजह

IRDAI ने Flipkart पर भारी जुर्माना लगाया, क्योंकि उसने बीमा नियमों का उल्लंघन करते हुए ग्राहकों को बीमा कंपनी की बजाय एक बिचौलिए की साइट पर भेजा. ISNP प्लेटफॉर्म को केवल बीमा कंपनियों से जुड़ने की अनुमति है. इस गलती से ग्राहकों को गलत पॉलिसी मिलने और भ्रम की स्थिति बनने का खतरा बढ़ जाता है.

IRDAI ने लगाया Flipkart पर जुर्माना Image Credit: money9

बीमा क्षेत्र की निगरानी रखने वाली संस्था IRDAI ने Flipkart Internet Private Limited (FIPL) पर 1.06 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. यह जुर्माना 7 अप्रैल को जारी आदेश में इसलिए लगाया गया, क्योंकि Flipkart ने ऑनलाइन बीमा बेचने से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया था. Flipkart एक कॉरपोरेट एजेंट और ISNP (Insurance Self-Network Platform) के रूप में काम कर रही थी. लेकिन उसने ग्राहकों को अपनी वेबसाइट से एक ऐसे बीमा बिचौलिए (intermediary) की साइट पर भेजा जो वहां विज्ञापन कर रहा था.

IRDAI के नियमों के मुताबिक, ISNP प्लेटफॉर्म सिर्फ बीमा कंपनियों (insurers) से ही जुड़ सकते हैं, न कि किसी एजेंट या बिचौलिए से. इस नियम को तोड़ने के कारण Flipkart पर बड़ी कार्रवाई की गई. IRDAI का मानना है कि ऐसा करने से ग्राहकों के साथ धोखा हो सकता है और उन्हें सही जानकारी नहीं मिलती है.

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बीमा पॉलिसी मिलने का खतरा बढ़ जाता है

वहीं, Jotwani Associates में कंपनी सेक्रेटरी और पार्टनर डिंकर शर्मा ने इस बारे में कहा कि अगर बीमा खरीदने वाले लोगों को किसी दूसरी वेबसाइट पर भेजा जाता है, तो यह साफ नहीं रहता कि जिम्मेदारी किसकी है. इससे लोगों को गलत या गलतफहमी में डाली गई बीमा पॉलिसी मिलने का खतरा बढ़ जाता है.

बीमा खरीदने में मदद करता है

ध्यान देने वाली बात ये है कि बीमा इंटरमीडियरी (insurance intermediary) वो होता है जो लोगों को बीमा खरीदने में मदद करता है. जैसे कि बीमा एजेंट, ब्रोकर्स या ऑनलाइन बीमा प्लेटफॉर्म्स जैसे Policybazaar, InsuranceDekho आदि. सीधे शब्दों में कहें तो, Flipkart ने जिस तरह से बीमा प्लेटफॉर्म्स के साथ काम किया, उससे ग्राहकों को गुमराह करने और जिम्मेदारी से बचने की स्थिति बन सकती थी.

Flipkart के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अभी इस आदेश की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि Flipkart नियमों का सख्ती से पालन करती है और अच्छी गवर्नेंस के लिए प्रतिबद्ध है. हम फिलहाल इस आदेश की सामग्री की समीक्षा कर रहे हैं.

Flipkart ने किस नियम का उल्लंघन किया?

नियमों के अनुसार, जब कोई ग्राहक Flipkart पर “Buy Insurance” बटन पर क्लिक करता है, तो उसे सीधे बीमा कंपनी (insurer) की वेबसाइट पर भेजा जाना चाहिए था. लेकिन इसके बजाय, Flipkart ने ग्राहकों को किसी बीमा बिचौलिए (intermediary) की साइट पर भेजा, जहां बीमा पॉलिसी खरीदी गई. यह तरीका नियमों के खिलाफ है, क्योंकि ISNP प्लेटफॉर्म को सिर्फ बीमा कंपनियों से जुड़ने की अनुमति होती है, न कि किसी एजेंट या तीसरे पक्ष से.

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