खत्म हो जाएगा Jet Airways का वजूद, सुप्रीम कोर्ट ने दिया लिक्विडेशन का फैसला

Supreme Court के फैसले के अनुसार, Jet Airways की संपत्तियां बेची जाएंगी ताकि उसके कर्ज चुकाया जा सके, इसके बाद कंपनी का कारोबार बंद हो जाएगा और कंपनी का अस्तित्व भी खत्म हो जाएगा.

खत्म हो जाएगा Jet Airways का वजूद, सुप्रीम कोर्ट ने दिया लिक्विडेशन का फैसला Image Credit: TV9

जेट एयरवेज (Jet Airways) को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बड़ा फैसला दिया है. अदालत ने जेट एयरवेज के लिक्विडेशन का आदेश दिया है यानी एयरलाइन के फिर से रिवाइव होने की संभावना अब पूरी तरह से खत्म हो गई है. अदालत के फैसले के अनुसार, जेट एयरवेज की संपत्तियां बेची जाएंगी ताकि उसके कर्ज चुकाया जा सके, इसके बाद कंपनी का कारोबार बंद हो जाएगा और कंपनी का अस्तित्व भी खत्म हो जाएगा.

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को 2019 से बंद पड़ी भारतीय एयरलाइन जेट एयरवेज को लेकर लिक्विडेशन का आदेश दिया है. यह फैसला तब आया जब सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने जनवरी 2023 में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी की है.

क्या है मामला?

सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, जेट एयरवेज को नए निवेश की जरूरत थी, जिसमें यूके की जालान-कैलरॉक कंसोर्टियम (JKC) को ₹350 करोड़ का निवेश करना था. लेकिन NCLAT ने ₹150 करोड़ की परफॉर्मेंस बैंक गारंटी (PBG) की अनुमति दे दी जो सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेश के खिलाफ थी.

NCLAT ने यूके की कैलरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात के बिजनेसमैन मुरारी लाल जालान की कंसोर्टियम को जेट एयरवेज के मालिकाना हक के ट्रांसफर की मंजूरी दी थी.

लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया और माना है कि जेट एयरवेज की संपत्ति बेचने से ही कर्ज देने वाली बैंकों और कंपनी के कर्मचारियों का फायदा होगा, क्योंकि जालान-कैलरॉक कंसोर्टियम (JKC) ने पिछले पांच साल में कुछ नहीं किया जो उसे करना चाहिए था.

अब कोर्ट ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), मुंबई को निर्देश दिया है कि एक संपत्ति बेचने के लिए लिक्विडेटर की नियुक्ति के लिए कदम उठाए जाएं.

जेट एयरवेज का शेयर भी 5 फीसदी से ज्यादा गिर गया है, यह 34.16 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है.

सोर्स: Groww

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला ने कहा कि “जेट एयरवेज से जुड़े इस मामले ने भारत के इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड (IBC) के लिए कई महत्वपूर्ण सबक दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि NCLAT का निर्णय गलत था और उसने महत्वपूर्ण सबूतों को गलत तरीके से समझा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि JKC ने ₹350 करोड़ का निवेश नहीं किया इसी वजह से जेट एयरवेज को लिक्विडेट करने की बात को मजबूती मिल गई है.”

बैंकों ने क्या तर्क दिया

कर्ज देने वाले बैंकों जिनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी शामिल है, ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. उन्होंने तर्क दिया कि JKC ने एयरलाइन का अधिग्रहण करने के लिए तय शर्तों को पूरा नहीं किया और अब जेट एयरवेज रिवाइव करने की स्थिति में ही नहीं है.

जेट एयरवेज का शेयर भी 5 फीसदी से ज्यादा गिर गया है, यह 34.16 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है.