बैंकिंग सेक्टर से नौकरियां हो रहीं गायब, HDFC बैंक और ICICI का चौंकाने वाला डेटा; SBI में भी यही हाल

बैंकों में नई नियुक्तियां कम हो रही हैं. ऐसा SBI और देश के दो सबसे बड़े प्राइवेट बैंक- HDFC बैंक और ICICI बैंक का डेटा बता रहा है. हालांकि इसी दौरान HDFC बैंक और ICICI बैंक ने अपनी ब्रांच की संख्या में इजाफा किया है.

बैंकों में घट रही नौकरियां Image Credit: Money9live/Canva

Bank Jobs: देश की दो दिग्गज प्राइवेट बैंकों के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलेगा कि बैंकों में नौकरियों की कमी हुई है. देश के दो सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC बैंक और ICICI बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 में बहुत ही कम नए कर्मचारियों की नियुक्ति की है जबकि इस दौरान उन्होंने अपनी ब्रांच की संख्या में इजाफा किया है फिर भी उस अनुपात में नौकरियां नहीं बढ़ाई.

हर साल HDFC बैंक और ICICI बैंक में कितने कर्मचारी घटे और कितने बढ़े- यहां जानें

वित्त वर्षHDFC बैंकICICI बैंक
FY199,8085,215
FY2018,91012,556
FY213,122-569
FY2221,4837,094
FY2331,64620,816
FY2440,3059,240
FY25994-6,723

सरकारी बैंकों में भी यही हाल

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, SBI के कर्मचारियों की संख्या पिछले 5 सालों में कम हुई है. 2019-20 में SBI के पास 2,49,448 कर्मचारी थे, जो 2023-24 में 2,32,296 रह गए हैं. यानी 5 साल में 17,152 की कमी. यह गिरावट सिर्फ SBI ही नहीं, बल्कि सभी सरकारी बैंकों में यही ट्रेंड देखा जा रहा है.

ऐसा हो क्यों रहा है?

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों की कम भर्ती का कारण यह हो सकता है कि बैंक अब ज्यादा प्रोडक्टिविटी और एफिशिएंसी निकाल रहे हैं, जो लोग नौकरी छोड़ते हैं उनकी जगह नए लोगों को नहीं रखा जा रहा, और टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल बढ़ रहा है जिससे कम संसाधनों में ज्यादा काम हो रहा है.

वहीं ICICI बैंक ने पिछले पांच सालों में अपने ऑपरेशनल खर्च में से टेक्नोलॉजी पर खर्च का हिस्सा दोगुना कर दिया है जो 5% से बढ़कर 10.5% कर दिया गया है. अगर राशि की बात करें तो चार गुना बढ़ोतरी हुई है.

कर्मचारियों की संख्या घटी लेकिन ब्रांच की संख्या बढ़ी

बता दें कि 2013-14 से 2023-24 के बीच पूरे बैंकिंग सेक्टर में कुल कर्मचारियों की संख्या 12 लाख से बढ़कर 18 लाख हो गई है.