Kalyan Jewellers: विवादों में घिरता रहा है कल्याण ज्वैलर्स, कभी Big B, ऐश्वर्या तो कभी नकली सोना
कल्याण ज्वेलर्स को आजकल मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब कंपनी को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा हो. कंपनी को अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय के विज्ञापनों को लेकर भी विवादों का सामना करना पड़ा था, जिन्हें बाद में हटाना पड़ा.
Kalyan Jewellers Controversy: कल्याण ज्वेलर्स (Kalyan Jewelers) और एसेट मैनेजमेंट मोतीलाल ओसवाल एएमसी (Motilal Oswal AMC) इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं. सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैली कि मोतीलाल ओसवाल AMC के फंड मैनेजर कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों में गड़बड़ी करने में शामिल हैं. इसके चलते कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों में पिछले कुछ दिनों में गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, दोनों कंपनियों ने अपनी-अपनी सफाई जारी कर दी है और इन बातो का खंडन किया है. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कल्याण ज्वेलर्स विवादों में आया हो. इससे पहले भी ऐसी कई मामले हुए हैं, जिनके कारण कंपनी को मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
जब हुआ था 500 करोड़ का नुकसान
कल्याण ज्वेलर्स ने 2018 में दावा किया था कि सोशल मीडिया पर फैली फर्जी खबरों के कारण उसे लगभग 500 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. इस मामले में कंपनी ने केरल हाई कोर्ट का रुख किया था और सोशल मीडिया वेबसाइट्स की निगरानी की मांग की थी.
कंपनी ने अपनी याचिका में कहा था कि शोरूम में नकली सोना जब्त किए जाने के झूठे दावे वाले वीडियो, यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किए गए. कंपनी ने आगे कहा कि ये फर्जी वीडियो उसके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा उसकी छवि खराब करने के उद्देश्य से बनाए गए थे.
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वापस लेना पड़ा था अमिताभ बच्चन का विज्ञापन
कल्याण ज्वेलर्स को उस वक्त भी विरोध का सामना करना पड़ा जब एक डेढ़ मिनट के विज्ञापन में अमिताभ बच्चन और उनकी बेटी श्वेता बच्चन नंदा नजर आए. इस विज्ञापन की आलोचना ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC) ने की और इसे “disgusting” बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य बैंकिंग सिस्टम में अविश्वास पैदा करना है. यूनियन ने कंपनी पर बैंक कर्मचारियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की धमकी दी थी.
विज्ञापन में अमिताभ बच्चन को एक बूढ़े व्यक्ति के रूप में दिखाया गया था, जो अपनी बेटी के साथ पेंशन खाते में जमा अतिरिक्त पैसे वापस करने के लिए बैंक जाते हैं. इस प्रक्रिया में उनकी बैंक कर्मचारियों के साथ तीखी बहस होती है. मामले के बढ़ने के बाद कंपनी को विज्ञापन वापस लेना पड़ा.
विज्ञापन पर रेसिज्म का आरोप
अमिताभ बच्चन के विज्ञापन से पहले, ऐश्वर्या राय बच्चन के विज्ञापन को लेकर भी विवाद हुआ था. इस विज्ञापन को ‘insidiously racist’ बताया गया था, और विरोध इतना बढ़ गया कि कंपनी को इसे वापस लेना पड़ा. विज्ञापन में ऐश्वर्या राय बच्चन को एक काले गुलाम लड़के (जैसा कि ओपन लेटर में डिस्क्राइब किया गया) द्वारा सिर पर छत्री पकड़े हुए दिखाया गया था. विज्ञापन की आलोचना के बाद कंपनी ने इसे हटा लिया.