बदल गया हीरों का खेल! लैब में बने डायमंड्स ने मचाया धमाल, कितना है ये नेचुरल से अलग?

हीरे की दुनिया में बड़ा बदलाव आ रहा है. अब वही चमक, वही खूबसूरती लेकिन कीमत में भारी गिरावट. आखिर क्या खास है इन नए डायमंड्स में और क्यों हर कोई इन्हें खरीदने की सोच रहा है? पूरी जानकारी यहां पढ़ें.

हीरे Image Credit: Valeria Mongelli/Anadolu via Getty Images

हीरा सिर्फ एक पत्थर नहीं, बल्कि प्रेम, सफलता और प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है. सदियों से, लोग नेचुरल हीरों के लिए भारी कीमत चुकाते आए हैं. लेकिन अब बाजार में लैब-ग्रोन डायमंड्स ने दस्तक देकर इस सोच को चुनौती दे दी है. आधी कीमत में वही चमक और खूबसूरती, बिना कोयले के खदान में खुदाई किए. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हीरे का असली मूल्य उसकी नेचुरल उत्पत्ति में है, या उसकी चमक विज्ञान की सटीकता में?

क्यों सस्ते हैं लैब-ग्रोन डायमंड्स?

नेचुरल और लैब-ग्रोन डायमंड्स की कीमत में भारी अंतर है. उदाहरण के लिए:

1 कैरेट का नेचुरल SI क्लैरिटी डायमंड (18 कैरेट गोल्ड सेटिंग में) 2-3 लाख रुपये में मिलता है. वही लैब-ग्रोन डायमंड VS क्लैरिटी के साथ सिर्फ ₹1.12 लाख में उपलब्ध है.

बड़ा आकार होते ही यह अंतर और बढ़ जाता है:

1.5 कैरेट नेचुरल डायमंड (SI क्लैरिटी) 7.55 लाख रुपये में मिलता है.बेहतर क्वालिटी VS1 क्लैरिटी नेचुरल डायमंड 11.45 लाख रुपये तक जाता है. वहीं 1.5 कैरेट का लैब-ग्रोन डायमंड मात्र 45,000 रुपये प्रति कैरेट की दर से बिकता है.

इस भारी अंतर के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:

  • उत्पादन लागत कम – नेचुरल हीरों की खुदाई महंगी होती है, जबकि लैब में बनाए गए हीरों की लागत नियंत्रित रहती है.
  • आपूर्ति अधिक – लैब-ग्रोन डायमंड्स का प्रोडक्शन नियंत्रित किया जा सकता है जबकि नेचुरल हीरे दुर्लभ हैं.
  • बाजार की धारणा – नेचुरल हीरों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कीमत ज्यादा है, जिससे वे महंगे बिकते हैं.

हीरे की कीमत तय करने वाले 4 मुख्य कारक (4 Cs)

  1. कैरेट: जितना भारी, उतना महंगा

हीरे का वजन कैरेट में मापा जाता है (1 कैरेट = 0.2 ग्राम). बड़ा हीरा दुर्लभ होने के कारण महंगा होता है. तो जरूरी नहीं की 2 कैरेट हीरा एक कैरेट के मुकाबले दोगुणा दाम में मिले बल्कि वह कई गुना ज्यादा बढ़ती है.

  1. कट: चमक का रहस्य

हीरे के कट का असर उसकी चमक पर पड़ता है.राउंड कट डायमंड्स सबसे ज्यादा महंगे होते हैं क्योंकि वह सबसे महंगे होते हैं. इसके मुकाबले पियर, कुशन और एमरल्ड कट डायमंड्स 10-43% तक सस्ते हो सकते हैं.

  1. रंग: दुर्लभ रंग, ऊंची कीमत

हीरे का रंग D से Z ग्रेड तक आता है. D ग्रेड (बिल्कुल रंगहीन) हीरे सबसे महंगे होते हैं.नेचुरल हीरों में नाइट्रोजन से पीला, और बोरॉन से नीला रंग आता है. गुलाबी और नीले जैसे फैंसी कलर्स की कीमत 10 लाख डॉलर प्रति कैरेट तक हो सकती है.

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  1. क्लैरिटी: खामियों की कीमत

हीरे में जितनी कम खामियां होती हैं, वह उतना महंगा होता है. FL (Flawless) हीरे सबसे शुद्ध होते हैं, जबकि SI (Slightly Included) हीरे थोड़े कम महंगे होते हैं. VS1 और VS2 क्लैरिटी के हीरों के बीच भी कीमत में बड़ा अंतर होता है, हालांकि नग्न आंखों से यह अंतर समझ नहीं आता.