ललित मोदी की छिनेगी नागरिकता ! वानुअतु के प्रधानमंत्री ने पासपोर्ट रद्द करने के दिए निर्देश

भगोड़े ललित मोदी को बड़ा झटका लगा है. हाल ही में मिली वनुअतु की नागरिकता छीनने वाली है. असल में वनुअतु के प्रधानमंत्री जोथम नापात ने ललित मोदी का पासपोर्ट निरस्त करने के निर्देश दिए है. इस फैसले के बाद से ललित मोदी की वनुअतु से नागरिकता छिन जाएगी.

ललित मोदी की छिनेगी नागरिकता Image Credit: Money 9

Lalit Modi Citizenship Controversy: भगोड़े ललित मोदी को बड़ा झटका लगा है. हाल ही में मिली वानुअतु की नागरिकता छीनने वाली है. असल में वानुअतु के प्रधानमंत्री जोथम नापात ने ललित मोदी का पासपोर्ट निरस्त करने के निर्देश दिए है. इस फैसले के बाद से ललित मोदी की वानुअतु से नागरिकता छिन जाएगी. असल में भारत से भागे हुए ललित मोदी ने हाल ही में भारत की नागरिकता छोड़कर वानुअतु की नागरिकता हासिल कर ली थी. प्रधानमंत्री जोथम नापात का पासपोर्ट निरस्त करने का फैसला भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत है.

प्रधानमंत्री जोथम नापत ने दी जानकारी

इस बात की जानकारी वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने एक प्रेस रिलीज जारी कर दिया है. उन्होंने अपने प्रेस रिलीज में लिखा कि आज नागरिकता आयोग को ललित मोदी को जारी किया गया वानुआतु पासपोर्ट रद्द करने का निर्देश दिया है. यह निर्णय हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मीडिया में सामने आई जानकारी के बाद लिया गया है. प्रधानमंत्री नापत ने कहा आगे लिखा कि उन्होंने नागरिकता आयोग को तुरंत मोदी का वानुआतु पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है.

ललित मोदी के खिलाफ नहीं मिली थी आपराधिक गतिविधि

जब ललित मोदी ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था. तब सभी चीजों का जांच किया गया था. इसमें इंटरपोल स्क्रीनिंग भी शामिल थी. इन जांचों में उनके खिलाफ कोई आपराधिक सजा नहीं मिली थी. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 24 घंटों में यह जानकारी मिली है कि इंटरपोल ने भारत सरकार के दो बार अनुरोधों को खारिज कर दिया था. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके खिलाफ पर्याप्त न्यायिक सबूत नहीं थे. अगर ऐसा कोई अलर्ट जारी किया जाता तो ललित मोदी का नागरिकता आवेदन स्वचालित रूप से अस्वीकार हो जाता.

वानुआतु सरकार ने नागरिकता कानून में किए हैं काफी सुधार

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वानुआतु का पासपोर्ट एक विशेषाधिकार है. नागरिकता के लिए आवेदन करते समय यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि कारण वैध हो. इनमें से कोई भी कारण यह नहीं हो सकता कि किसी व्यक्ति का उद्देश्य प्रत्यर्पण से बचना हो. हाल में सामने आई जानकारी से स्पष्ट है कि ललित मोदी का यही इरादा था. वानुआतु सरकार ने अपने नागरिकता द्वारा निवेश कार्यक्रम में पिछले चार सालों में काफी सुधार किए हैं. इसके कारण अधिक आवेदनकर्ता कड़ी जांच में असफल हो रहे हैं.

क्या हैं ललित मोदी का मालला

ललित मोदी के खिलाफ भारतीय सरकार के ईडी ने कई मामलों की जांच शुरू की थी. आरोप में ललित मोदी बीसीसीआई और कुछ अन्य अधिकारियों पर FEMA का उल्लंघन करते हुए 890 मिलियन का लेन-देन करने का आरोप था. मोदी ने इस मामले में बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष एन श्रीनिवासन को जिम्मेदार ठहराया था. वहीं दूसरे आरोप में यूके-आधारित इमर्जिंग मीडिया से 200 मिलियन की घूस लेने का आरोप था. साथ ही IPL 2009 में दक्षिण अफ्रीका को 2.43 बिलियन का पेमेंट किया गया था. यह FEMA का उल्लंघन था.