ये हैं देश की सबसे लंबी और छोटी उड़ान और कितने एयरपोर्ट पर मंडरा रहा बंद होने का खतरा- यहां जानें

भारतीय एविएशन सेक्टर में 30 मार्च 2025 से नॉर्दर्न समर शेड्यूल लागू होने के साथ ही बड़े बदलाव आए हैं. डीजीसीए ने इस सीजन के लिए 25,610 साप्ताहिक उड़ानों को मंजूरी दी है, जबकि एयरलाइंस ने अप्रैल में 23,234 उड़ानें संचालित करने की योजना बनाई है. इंडिगो 13,896 उड़ानों के साथ बाजार पर राज कर रही है, जबकि एयर इंडिया एक्सप्रेस सबसे तेजी से विस्तार कर रही है.

ये सबसे लंबी और छोटी उड़ानें Image Credit: Money9live/Canva

Airport: 30 मार्च 2025 से नॉर्दर्न समर शेड्यूल लागू होने के साथ ही भारतीय एविएशन सेक्टर में बड़े बदलाव आए हैं. DGCA ने इस सीजन के लिए 25,610 साप्ताहिक उड़ानों को मंजूरी दी है, हालांकि एयरलाइंस ने अप्रैल में 23,234 उड़ानें संचालित करने की योजना बनाई है. इंडिगो 13,896 उड़ानों के साथ बाजार पर राज कर रही है, जबकि एयर इंडिया एक्सप्रेस सबसे तेजी से विस्तार कर रही है. दिल्ली से पोर्ट ब्लेयर (2,481 किमी) सबसे लंबी, जबकि Diu-Keshod (95 किमी) सबसे छोटी उड़ान बनी हुई है. चलिए आपको सबकुछ बताते हैं.

कौन सी एयरलाइन कितनी फ्लाइट्स ऑपरेट करेगी?

इंडिगो के पास सबसे ज्यादा 13,896 उड़ानें हैं, एयर इंडिया के पास 3,720 उड़ानें हैं और एयर इंडिया एक्सप्रेस 2,715 उड़ानें हैं.

सबसे लंबी और सबसे छोटी घरेलू उड़ानें कौन-सी हैं?

  • सबसे लंबी फ्लाइट: एयर इंडिया की दिल्ली से पोर्ट ब्लेयर (2481 किमी), जिसमें जाने में 3 घंटे 35 मिनट और लौटने में 3 घंटे 50 मिनट लगते हैं. इस रूट पर A320 विमान उड़ाया जाता है.
  • सबसे छोटी फ्लाइट: Diu-Keshod-Diu और Silchar-Imphal-Silchar – दोनों ही 95 किमी लंबे हैं. ये फ्लाइट्स Alliance Air द्वारा संचालित की जाती हैं.

एयरलाइंस का नेटवर्क कैसा रहेगा?

  • इंडिगो: 89 घरेलू गंतव्यों तक पहुंचेगी
  • अलायंस एयर: 51 गंतव्यों तक (छोटी फ्लीट के बावजूद बड़ा नेटवर्क)
  • एयर इंडिया: 45 गंतव्यों तक
  • एयर इंडिया एक्सप्रेस: 38 गंतव्यों तक

देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स की स्थिति

  • दिल्ली एयरपोर्ट: सबसे व्यस्त, 3,480 साप्ताहिक उड़ानों के साथ.
  • बेंगलुरु एयरपोर्ट: मुंबई को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर, 2,378 उड़ानों के साथ.
  • मुंबई एयरपोर्ट: तीसरे स्थान पर, 2,284 साप्ताहिक उड़ानों के साथ.

क्या कोई एयरपोर्ट बंद होने का खतरा है?

देश में 119 एयरपोर्ट्स के लिए शेड्यूल जारी किया गया है, लेकिन इनमें से 41 एयरपोर्ट्स पर केवल एक ही एयरलाइन की फ्लाइट है. अगर वह एयरलाइन किसी कारण से ऑपरेशन बंद कर दे, तो इन एयरपोर्ट्स के बंद होने का खतरा रहेगा.

इंडिगो का दबदबा

भारत के टॉप 10 एयरपोर्ट्स में से 7 पर इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 50% से ज्यादा है. यानी, घरेलू उड़ानों में इंडिगो की पकड़ अब भी सबसे मजबूत बनी हुई है.