फूड डिलीवरी कंपनियों के बीच प्लेटफॉर्म चार्ज की नई जंग, जानें- Swiggy, Zomato और Magicpin के नए रेट
करीब दो हफ्ते पहले, जोमैटो और स्विगी ने प्रति डिलीवरी 42-67 फीसदी की लिमिट में प्लेटफॉर्म शुल्क बढ़ाया था. फूड डिलीवरी मार्केट में अब इन तीनों कंपनियों में मुकाबला देखने को मिल रहा है.
हाइपरलोकल ईकॉमर्स ऐप मैजिकपिन ने प्लेटफॉर्म शुल्क घटाकर 5 रुपये प्रति डिलीवरी कर दिया है. यह चार्ज इसके कंपटीटर जोमैटो और स्विगी के चार्ज से आधा है. कंपनी के सीनियर अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी दी है. करीब दो हफ्ते पहले, जोमैटो और स्विगी ने प्रति डिलीवरी 42-67 फीसदी तक प्लेटफॉर्म शुल्क बढ़ाया था. मैजिकपिन के फाउंडर और सीईओ अंशु शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वर्तमान कैलेंडर वर्ष के दौरान डिलीवरी के लिए लागू प्लेटफॉर्म शुल्क में कटौती की घोषणा की.
प्लेटफॉर्म शुल्क में कटौती
अंशु शर्मा ने कहा कि हम त्योहारों के मौसम में अपने डिलीवरी हीरो और अपने ग्राहकों के बीच संतुलन बना सकते हैं. इसलिए, यहां मैजिकपिन का वादा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग त्योहारों के मौसम का आनंद उठाएं. मैजिकपिन के प्लेटफॉर्म शुल्क में 50 फीसदी की कटौती करके इसे बाकी साल के लिए सिर्फ़ 5 रुपये कर दिया गया है.
स्विगी और जोमैटो ने बढ़ाए चार्ज
उन्होंने कहा कि 2024 में अब फूड डिलीवरी पर किसी भी चार्ज में इजाफा नहीं होगा. जोमैटो ने प्लेटफॉर्म शुल्क 7 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया है, जो ग्राहकों से प्रति ऑर्डर डिलीवरी शुल्क के अलावा लिया जाएगा. स्विगी ने भी यही किया और प्लेटफॉर्म शुल्क 6 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया.
तीनों कंपनियों में मुकाबला
फूड डिलीवरी मार्केट में अब इन तीनों कंपनियों में मुकाबला देखने को मिल रहा है. जहां, एक तरफ स्विगी और जोमैटो का इस बिजनेस में दबदबा है, वहीं अब दूसरी तरफ मैजिकपिन उन्हें अपने फैसलों से चुनौती देने की तैयारी में है. बता दें कि इस प्लेटफॉर्म फीस से फूड डिलवरी कंपनियों की तगड़ी कमाई होती है.
लीडिंग सेलर ऐप
मैजिकपिन ONDC पर लीडिंग सेलर ऐप में से एक है. फ़ूड टेक वर्टिकल स्विगी और ज़ोमैटो जैसे फ़ूड डिलीवरी ऐप से इसकी प्रतिस्पर्धा है. हाल ही में फूड डिलीवरी ऐप मैजिकपिन ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) पर लगभग 1,50,000 दैनिक फूड और लॉजिस्टिक्स ऑर्डर के लेवल को हिट किया था. इसके बाद यह नेटवर्क पर सबसे बड़ा फूड डिलीवरी सेलर ऐप बन गया था.