पवार, फडणवीस, ठाकरे या शिंदे – कौन बना महाराष्ट्र के लिए पारस पत्थर?
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र भारत में अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर सबसे बड़ा राज्य है. लेकिन इसमें किस नेता और राजनीतिक दल का सबसे बड़ा योगदान है? यहां पढ़ें और खुद तय करें...
महाराष्ट्र में चुनाव है, जनता को ऐसा नेता चुनना है जो राज्य का विकास करें. इस राज्य में आज की तारीख में 6 प्रमुख राजनीतिक दल हो गए हैं जिनके बीच जनता को चुनाव करना है. अर्थव्यवस्था एक ऐसी चीज है कि अगर इसे बूस्ट करने का कोई काम करें तो पूरे राज्य का विकास होता है. आज भारत में महाराष्ट्र राज्य सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. लेकिन किस नेता और पार्टी का कार्यकाल राज्य की जीडीपी के लिए बूस्टर डोज साबित हुआ चलिए ये जानते हैं.
यशवंतराव चव्हाण
महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री कांग्रेस के यशवंतराव चव्हाण रहे. तब महाराष्ट्र बॉम्बे स्टेट कहलाता था जो इन्हीं के कार्यकाल में महाराष्ट्र भी बना. तब राज्य की जीडीपी ग्रोथ रेट नेगेटिव थी. यह -0.1 फीसदी थी. फिर दूसरे सीएम भी कांग्रेसी थे. नाम था मारोतराव कन्नमवार इनके कार्यकाल के दौरान पॉजिटिव ग्रोथ हुई. तब जीडीपी 3 फीसदी पर आ गई थी.
शरद पवार
1978 में इंडियन कांग्रेस (सोशलिस्ट) से शरद पवार पहली बार सीएम बने. इनके दो साल के कार्यकाल में जीडीपी 6.8 फीसदी रही. हालांकि इनके सत्ता में आने के ठीक पहले जीडीपी 7.5 फीसदी पर थी. इसके बाद कांग्रेस की ओर से ये एक बार फिर सत्ता में आए – 1988-1991. इस दौरान भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के लिए खुल गई थी, अवसर बढ़ गए थे. तब राज्य में दूसरी बार जीडीपी डबल डिजिट ग्रोथ में आई. तब जीडीपी 10.4 फीसदी से 16.5 फीसदी तक गई. तीसरी बार शरद पवार साल 1993-1995 के बीच सीएम रहे. इस दौरान जीडीपी 11 फीसदी रही फिर गिरकर 1.9 फीसदी पर आ गई.
देवेंद्र फडणवीस
2014-19 के बीच बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने सरकार बनाई. इस दौरान जीडीपी 4.2 फीसदी से 11.4 फीसदी के बीच रही. इसका मतलब महाराष्ट्र ने इस दौरान अच्छा विकास देखा.
यह भी पढ़ें: जिस महाराष्ट्र को लेकर चल रही लड़ाई, जाने वहां कितनी है बेरोजगारी-महंगाई और कर्ज
उद्धव ठाकरे
2019 में उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. 2022 तक इनकी सरकार चली. इस दौरान राज्य समेत पूरी दुनिया कोरोना महामारी से परेशान थी. इस दौरान जीडीपी ग्रोथ रेट नेगेटिव -9.2 फीसदी रही और इन्हीं के कार्यकाल में 9.1 फीसदी पर भी पहुंची.
एकनाथ शिंदे
इसके बाद महाराष्ट्र के चुनावी समीकरण बदल गए. एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. इनका कार्यकाल सालभर का भी नहीं है. फिलहाल राज्य की जीडीपी डबल डिजिट है. जीडीपी 11.8 फीसदी है.