सबके चहेते इस कपल के डूब गए 3500 करोड़, बच्चे की बीमारी ने बदली थी किस्मत

Mamaearth: गजल ने जब बेबी प्रोडक्ट्स विदेश से मंगाए तो उससे बच्चे को कोई दिक्कत नहीं हुई. यहीं से गजल के दिमाग में ये बात आई की भारत में इस तरह के प्रोडक्ट्स नहीं है और इस गैप को भरा जा सकता है.

वरुण और गजल अलघ ने नौकरी छोड़कर नई Mamaearth की शुरुआत की Image Credit: Ghazal alagh instagram/Canva

स्किन केयर के प्रोडक्ट्स बनाने वाली भारत की Mamaearth की पैरेंट कंपनी होनासा कंज्यूमर को 3,500 करोड़ का नुकसान हो गया है. शेयर बाजार में चल रही गिरावट का होनासा के मार्केट कैप पर बड़ा असर पड़ा है. केवल दो कारोबारी सत्र में इसका मार्केट कैप गिरकर 8,600 करोड़ पर आ गई. जाहिर है इससे मामाअर्थ को शुरू करने वाले कपल की नेटवर्थ में भी गिरावट आई है. लेकिन मामाअर्थ बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है, चलिए वो जानते हैं.

25 लाख रुपये के साथ 2016 में शुरू हुई Mamaearth कंपनी का आइडिया 2014 में आया. कंपनी को वरुण अलघ और गजल अलघ ने मिलकर शुरू किया. दोनों ने 2010 में शादी की और 2014 में गजल ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया. इसे लेकर दोनों बेहद खुश थे लेकिन बाद में पता चला कि बच्चे को स्किन को लेकर कोई बीमारी है.

स्किन की बीमारी का पता तब चला जब बच्चे को कोई भी बेबी प्रोडक्ट सूट नहीं कर रहा था. गजल ने हर तरीके का शैंपू, ऑयल, सारे प्रोडक्ट्स देख लिए लेकिन उनसे बच्चे की स्किन पर रेडनेस, रेशेज होने लग रहे थे. डॉक्टर ने भी उन्हें बेबी प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करने की सख्त सलाह दी थी.

गजल ने जब बेबी प्रोडक्ट्स विदेश से मंगाए तो उससे बच्चे को कोई दिक्कत नहीं हुई. यहीं से गजल के दिमाग में ये बात आई की भारत में इस तरह के प्रोडक्ट्स नहीं है और इस गैप को भरा जा सकता है.

2016 में शुरू हुई कंपनी

इसके बाद गजल रिसर्च में लग गई. 2016 में गजल और वरुण दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ी और बिजनेस शुरू करने की ठान ली. फिर 2016 दिसंबर में Mamaearth को लॉन्च किया गया. कंपनी की शुरुआत सिर्फ 6-7 प्रोडक्ट्स के साथ शुरू हुई, जिनमें बेबी लोशन, रैश क्रीम, शैम्पू, मसाज ऑयल, बॉडी वॉश और डायपर जैसे प्रोडक्ट्स शामिल थे. गजल और वरुण का मकसद साफ था – बच्चों की स्किन के लिए सेफ और नेचरल प्रोडक्ट बनाना और मां-बाप की चिंता को कम करना.

2022 में यूनिकॉर्न बनी मामाअर्थ

6 साल में कंपनी ने सफलता के कदम चूमे. साल 2022 में कंपनी यूनिकॉर्न बन गई. इसका मतलब कंपनी की वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर से ज्यादा की हो गई थी. तब इसकी वैल्यूएशन 9 हजार करोड़ रुपये आंकी गई थी. आज की तारीख में कंपनी 300 से ज्यादा प्रोडक्ट्स बना रही है.

कंपनी महज पांच सालों में 500 से ज्यादा शहरों के 50 लाख से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच गई थी. Mamaearth अपने प्रोडक्ट्स को अपनी वेबसाइट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे Amazon, Flipkart, Nykaa और ऑफलाइन स्टोर्स के जरिए बेचती है.

यह भी पढ़ें: ये शख्स ना होता तो भारत को नहीं मिल पाती वाइन कैपिटल, जानें कहां है वो शहर

अच्छे नहीं रहे Mamaearth के हाल के नतीजे

हाल ही में Mamaearth की पैरेंट कंपनी Honasa Consumer को शेयर बाजार में बड़ा झटका लगा. दूसरी तिमाही (सितंबर 2024) में कंपनी को 19 करोड़ का नेट लॉस हुआ. इसके चलते कंपनी का शेयर सोमवार को 295.80 पर बंद हुआ, जो 52 हफ्ते का सबसे निचला स्तर है.

इससे पहले Honasa का शेयर 242.35 तक गिर गया, जो दो दिनों में लगभग 30% की गिरावट दर्शाता है.

BSE पर यह फिलहाल 262.75 रुपये पर कारोबार कर रहा है.