Microsoft करेगी भारत में 3 अरब डॉलर का निवेश, AI और क्लाउड कंप्यूटिंग सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा

माइक्रोसॉफ्ट का यह निवेश भारत में तकनीकी उद्योग के लिए एक बड़ा बढ़ावा होगा. इससे न केवल माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि यह भारत में रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर सकता है.

माइक्रोसॉफ्ट का भारत में बड़ा निवेश Image Credit: Getty Images Editorial

माइक्रोसॉफ्ट भारत में अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI और Azure cloud-Computing सर्विस की क्षमता को बढ़ाने के लिए लगभग 3 अरब डॉलर का निवेश करने जा रही है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट भारत में अपनी तकनीकी सेवाओं को और मजबूत करने के लिए बड़ा निवेश करने जा रही है. यह निवेश AI और क्लाउड-कंप्यूटिंग सेवाओं के क्षेत्र में होगा, जो कि भविष्य की तकनीक है और इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है.

मंगलवार, 7 जनवरी को माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने भारत में क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए $3 बिलियन, लगभग ₹25,000 करोड़ के निवेश की घोषणा की है.

सत्य नडेला ने बताया कि, GitHub पर भारत के 1.7 करोड़ डेवलपर्स हैं, जो 2028 तक दुनिया में सबसे ज्यादा होंगे. भारत में 30,500 से अधिक AI प्रोजेक्ट्स पर काम किया जा रहा है. माइक्रोसॉफ्ट अपने Azure प्लेटफॉर्म के लिए भारत में यह अब तक का सबसे बड़ा विस्तार कर रहा है.

नडेला ने यह भी कहा कि माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य हर भारतीय और संगठन को सशक्त बनाना है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत के ह्यूमन कैपिटल (यानी प्रतिभा और कौशल) को और आगे बढ़ाने और टेक्नोलॉजी के अवसरों का लाभ उठाने में मदद करना कंपनी की प्राथमिकता है. माइक्रोसॉफ्ट ने 2030 तक 1 करोड़ लोगों को AI स्किल्स में ट्रेनिंग देने की प्रतिबद्धता जताई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात

बता दें कि यह घोषणा नडेला की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के एक दिन बाद आई है. नई दिल्ली में हुई इस चर्चा में उन्होंने भारत को AI-फर्स्ट नेशन के रूप में स्थापित करने में सहयोग का वादा किया है.

सत्य नडेला ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट भारत में क्षेत्रीय विस्तार कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि यह निवेश भारत के विकास और यहां की प्रतिभा को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए किया जा रहा है.

नडेला ने कहा कि, “हमारा मिशन है कि हम भारत के हर व्यक्ति और संगठन को सशक्त बनाएं, ताकि वे तकनीक के माध्यम से अपनी पूरी क्षमता का लाभ उठा सकें.” यह घोषणा भारत के AI और क्लाउड टेक्नोलॉजी क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.