छंटनी की तैयारी में Microsoft, कमजोर परफॉर्मेंस वाले एंप्लॉयीज पर गिर सकती है गाज
माइक्रोसॉफ्ट फिर से अपने कर्मचारीयों की छंटनी शुरु करने वाली है. बिजनेस इंसाइडर ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में वर्करों की कटौती का दौर शुरु होने वाला है. कंपनी उन वर्करों को बाहर का रास्ता दिखाएगी जो अंडरपरफॉर्मिंग में है.
साल 2025 की शुरुआत में ही माइक्रोसॉफ्ट ने खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की छंटनी की योजना बनाई है, जिससे कंपनी के कई विभाग प्रभावित होंगे. बिजनेस इंसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी उन कर्मचारियों को हटाएगी, जिनका प्रदर्शन अपेक्षित स्तर से कम है. इससे पहले, माइक्रोसॉफ्ट ने 2023 में करीब 10,000 और 2024 में 4,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी. अब एक बार फिर कंपनी इस प्रक्रिया पर विचार कर रही है.
परफॉर्मेंस के आधार पर छंटनी
माइक्रोसॉफ्ट में फिलहाल लगभग 2,28,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं. बिजनेस इंसाइडर के मुताबिक, कंपनी के प्रवक्ता ने नौकरियों में कटौती की पुष्टि की है. हालांकि, यह कटौती किन कर्मचारियों पर प्रभाव डालेगी, इस पर प्रवक्ता ने कोई जानकारी नहीं दी. प्रवक्ता ने कहा, “हम माइक्रोसॉफ्ट में उच्च प्रदर्शन और प्रतिभा पर जोर देते हैं. हम हमेशा अपने कर्मचारियों को सीखने और आगे बढ़ने में मदद करने का प्रयास करते हैं. लेकिन जब प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं होता, तो हम उचित कार्रवाई करते हैं.”
छंटनी के बाद फिर से वैकेंसी भरने की योजना
माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि छंटनी के बाद खाली पदों को फिर से भरा जाएगा. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कर्मचारियों की कुल संख्या पर अधिक प्रभाव न पड़े.
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एआई में अरबों डॉलर का निवेश
हाल के सालों में आईटी सेक्टर में मंदी और गिरावट देखी गई है, जो कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण रही है. इसके बावजूद, माइक्रोसॉफ्ट ने एआई के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश किया है. कंपनी ने एआई तकनीक में अरबों डॉलर निवेश करने की घोषणा की है.
कुल मिलाकर, कंपनी का यह कदम उन वर्करों की छंटनी का है जो अपनी परफॉरमेंस में सुधार नहीं कर पा रहे हैं. इस कंपनी में लगभग जून 2024 तक कुल 228,000 एम्पलाई काम कर रहे है. इससे पहले भी कई बड़ी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था. इसी कड़ी में एक बार फिर माइक्रोसॉफ्ट भी ले ऑफ करने जा रहा है.