रिलायंस देगी ब्लिंकिट और स्विगी इंस्टामार्ट को टक्कर, क्विक कॉर्मस में भी हलचल मचाएंगे मुकेश अंबानी!

मुकेश अंबानी क्विक कॉर्मस की रेस में शामिल होने के लिए अपने प्लान को अमली-जामा पहना रहे हैं. फिलहाल क्विक कॉर्मस के मैदान में ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और बिगबास्केट मजबूत खिलाड़ी हैं.

क्विक कॉर्मस में उतरने को तैयार रिलायंस. Image Credit: PTI

रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन अब नई बिजनेस टर्फ पर एंट्री की तैयारी कर रहे हैं. खबर है कि मुकेश अंबानी क्विक कॉर्मस की रेस में शामिल होने के लिए अपने प्लान को अमली-जामा पहना रहे हैं. फिलहाल क्विक कॉर्मस के मैदान में ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और बिगबास्केट मजबूत खिलाड़ी हैं. कहा जा रहा है कि मुकेश अंबानी के निशाने पर यही कंपनियां हैं. इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, रिलायंस ने नवी मुंबई और बेंगलुरु में जियोमार्ट के जरिए चुपचाप पायलट प्रोग्राम शुरू कर दिए हैं.

इसे देश भर में रोलआउट की प्लानिंग के साथ रिलायंस भारत के तेजी से बढ़ते क्विक कॉर्मस सेक्टर में भी सबसे बड़े नामों ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और बिगबास्केट को टक्कर देने के लिए कमर कस रही है.

ग्रोसरी की डिलीवरी पर फोकस

रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायांस शुरुआती फेज में किराना सामान की डिलीवरी पर फोकस करेगी. हालांकि, कंपनी की योजना स्मार्टफोन और लैपटॉप सहित वैल्यू फैशन और इलेक्ट्रॉनिक्स में भी विस्तार करने की है. रिलायंस खुद अपने विशाल रिटेल नेटवर्क से ऑर्डर को पूरा करेगी, जिसमें रिलायंस डिजिटल और ट्रेंड्स स्टोर शामिल हैं. वहीं, इसके कॉम्पिटिटर डार्क स्टोर और आसपास के स्टोर पर निर्भर हैं.

रिलायंस के पास इंफ्रास्ट्रक्चर

रिलायंस की योजना अपने लॉजिस्टिक्स ब्रॉन्च ग्रैब का उपयोग करके 10-15 मिनट के भीतर ज्यादातर ऑर्डर डिलीवर करना है. यह रणनीति रिलायंस को नई फैसिलिटी बनाने के बजाय अपने मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करने की अनुमति देगी, जिससे यह अपने प्रतिद्वंद्वियों से अलग साबित होगा.

मुनाफे पर चोट करने की तैयारी

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिलायंस डिलीवरी, प्लेटफ़ॉर्म और सर्ज फीस माफ करके भी अलग दिखने की योजना बना रहा है.ब्लिंकिट और स्विगी इंस्टामार्ट जैसे क्विक कॉर्मस इस सर्ज फीस के जरिए भी बड़ा मुनाफा कमाते हैं. हालांकि, इसको लेकर रिलायंस इंडस्ट्री ओर से किसी भी तरह की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी महीने के अंत तक 5,000 पिन कोड वाले 1,150 शहरों में अपनी सर्विस शुरू करने के लिए तैयार है.

तेजी से बढ़ रहा क्विक कॉमर्स मार्केट

क्विक कॉमर्स मार्केट तेज बढ़ रहा है. CLSA की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि ब्लिंकिट, जोप्टो और स्विगी इंस्टामार्ट जैसे प्लेटफ़ॉर्म हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) और मैरिको जैसी FMCG दिग्गजों से आगे निकल रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरी बाजारों में कभी दबदबा रखने वाली HUL और मैरिको को अब कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि क्विक कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कीमतों को कम करते हैं और तेजी से डिलीवरी करते हैं.