फॉर्मल सेक्टर की जॉब में 5 महीनों का निचला स्तर, अक्टूबर में नौकरियों की संख्या 13.4 लाख पर आई
फॉर्मल सेक्टर में नौकरियों की संख्या में बड़ी गिरावट आई है, जो अक्टूबर में 13.4 लाख पर आ गई है. यह पिछले पांच महीनों में सबसे निचला स्तर है और अक्टूबर 2023 के मुकाबले 11.8% कम है.
एंप्लॉयमेंट प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन यानी EPFO के तहत फॉर्मल सेक्टर यानी औपचारिक नौकरियों में कमी आई है. यह अक्टूबर में घटकर 13.4 लाख पर आ गई है, जो पिछले पांच महीनों में सबसे कम है. यह अक्टूबर 2023 के मुकाबले 11.8% कम है, जब यह आंकड़ा 15.2 लाख था. यह जानकारी श्रम और रोजगार मंत्रालय ने बुधवार को जारी की है.
त्योहारों के बावजूद नौकरियों में गिरावट
हालांकि अक्टूबर आमतौर पर त्योहारों का महीना होता है, जब नियुक्तियों में बढ़ोतरी की उम्मीद की जाती है, इसके बावजूद सितंबर 2024 में 18.8 लाख से अक्टूबर में 28.7% की गिरावट दर्ज की गई. इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक EPFO में जोड़े गए नए सब्सक्राइबर्स की संख्या, अप्रैल में 12.8 लाख, मई में 13.5 लाख, जून में 13.9 लाख, जुलाई में 16.1 लाख और अगस्त में 15.8 लाख रही.
अक्टूबर 2024 में EPFO में 7.5 लाख नए सदस्य जुड़े, जो अक्टूबर 2023 के मुकाबले 2.59% की गिरावट है. मंत्रालय ने इसे बढ़ते रोजगार अवसरों, कर्मचारी लाभों के प्रति बढ़ती जागरूकता और EPFO के प्रभावी आउटरीच कार्यक्रमों का परिणाम बताया है.
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इसके अलावा, अक्टूबर 2024 में जोड़े गए कुल नए सदस्यों में से 40.5% (लगभग 5.4 लाख) 18-25 आयु वर्ग के थे. यह दर्शाता है कि संगठित क्षेत्र में शामिल होने वाले अधिकांश लोग युवा हैं, खासकर जो पहली बार नौकरी कर रहे हैं.
आंकड़ों से यह भी पता चला कि लगभग 12.9 लाख सदस्यों ने EPFO छोड़ा और फिर से इसमें शामिल हुए. यह संख्या पिछले साल अक्टूबर 2023 के मुकाबले 16.2% अधिक है. ये वे सदस्य हैं जिन्होंने नौकरी बदली और EPFO के दायरे में आने वाले संस्थानों में फिर से शामिल हुए. उन्होंने अपनी जमा राशि को फाइनल सेटलमेंट के लिए निकालने के बजाय ट्रांसफर करना चुना, जिससे उनकी लॉन्ग टर्म वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित हुई.
युवा और महिला कर्मचारियों का बढ़ता योगदान
अक्टूबर 2024 में EPFO में 2.7 लाख महिला सदस्य जोड़ी गईं, जिनमें से 2.1 लाख नई सदस्य थीं. मंत्रालय ने इसे एक समावेशी और विविध कार्यबल की ओर बढ़ते बदलाव का संकेत बताया.
क्षेत्रीय स्तर पर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना और गुजरात ने कुल 8.2 लाख नए सदस्य जोड़े, जो अक्टूबर 2024 में कुल सदस्यों का 61.3% है. अकेले महाराष्ट्र ने इसमें 22.1% का योगदान दिया है.