बनारसी साड़ी की दीवानी नीता अंबानी, एक साथ खरीदी थीं 50, अब ये वाली हुई वायरल

मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने हाल ही में धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (DAIS) के वार्षिकोत्‍सव में हैंडवुवेन साड़ी पहनी. उनका ये अंदाज लोगों को काफी पसंद आ रहा है, उनकी तस्‍वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.

नीता अंबानी की लेटेस्‍ट हैंडवुवेन साड़ी हुई वायरल, जानें क्‍या है खासियत Image Credit: mickycontractor

देश के सबसे अमीर शख्‍स और रिलायंस ग्रुप के चेयरपर्सन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी अपने स्‍टायल की वजह से एक फैशन आइकॉन बन गई हैं. उनकी ड्रेसिंग सेंस का हर कोई कायल है. उनके इसी लाजवाब अंदाज की झलक धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (DAIS) के वार्षिकोत्‍सव में देखने को मिली. जहां वह हैंडवुवेन साड़ी में नजर आईं. उनका ये लुक बॉलीवुड की दिग्‍गज हसीनाओं पर भी भारी पड़ती नजर आया.

नीता अंबानी का यह लेटेस्‍ट लुक सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. DAIS स्कूल की संस्थापक नीता अंबानी ने इस कार्यक्रम में मैरून और गोल्‍डन रंग की साड़ी में अपनी खूबसूरती बिखेरती दिखीं. उनकी कुछ तस्‍वीरें मशहूर मेकअप आर्टिस्ट मिकी कॉन्ट्रैक्टर ने इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं, जिसमें उन्‍होंने कैप्‍शन लिखा, “नीता अंबानी एक और बेहतरीन हैंडवुवेन साड़ी में. भारतीय शिल्प कौशल को समर्पित.”

क्‍या है साड़ी की खासियत

अपने लेटेस्ट साड़ी मोमेंट में नीता अंबानी ने प्योर कॉटन सिल्क बनारसी हैंडलूम साड़ी पहनी थी. यह साड़ी उनके पारंपरिक साड़ी कलेक्‍शन से हटकर थी. इसमें कंटेम्‍पररी डिजाइन की झलक दिखती है. हालांकि यह पारंपरिक जाला वर्क से प्रेरित है. उन्‍होंने अपने इस लुक को बेहतर बनाने के लिए नेचुरल मेकअप किया. उन्होंने काजल और आईलाइनर लगाकर आँखों को हाइलाइट किया और बिंदी लगाकर लुक को पूरा किया.

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कहां से खरीदी थी साड़ी

नीता अंबानी ने इस साल की शुरुआत में वाराणसी गई थीं यात्रा के दौरान उन्होंने वहां से कई साडि़यां खरीदी थीं. इन्‍हीं में से एक साड़ी ये है, जो उन्‍होंने हाल ही में पहनी. चूंकि नीता अंबानी स्थानीय बुनकरों के संरक्षक और समर्थक के तौर पर जानी जाती हैं, इसके चलते उन्‍होंने बनारस के कई करघा मालिकों और बुनकरों से मुलाकात की थी और 50 से ज्‍यादा बनारसी साड़ियां खरीदी थीं. इनमें लक्खा बूटी और हज़ारा बूटी साड़ियां शामिल थीं. इनमें चांदी और सोने के धागों का उपयोग करके असली ज़री से इन साडि़यों को तैयार किया गया था.