NTPC Green Energy-ONGC ने की बड़ी डील, 230 करोड़ डॉलर में अयाना रिन्यूएबल का होगा अधिग्रहण
NTPC Green Energy 2032 तक 60 गीगावाट रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन के अपने लक्ष्य को लेकर गंभीर है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी ने अयाना रिन्यूएबल पावर के अधिग्रहण का फैसला किया है. इस सौदे को पूरा करने लिए कंपनी ने ONGC के साथ हाथ मिलाया है.

NTPC Green Energy रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में तेजी से अपना विस्तार कर रही है. पिछले वर्ष शेयर बाजार में लिस्ट हुई यह कंपनी भारत सरकार के रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्यों को हासिल करने में अहम भूमिका निभा रही है. अपनी क्षमता का विस्तार करने के लिए कंपनी लगातार अधिग्रहण और नई परियोजनाओं पर काम कर रही है. बुधवार को कंपनी ने बताया कि रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में काम कर रही अयाना रिन्यूएबल पावर को खरीदने के सौदे को मंजूरी दी गई है.
Oil and Natural Gas Corporation (ONGC) और NTPC Green Energy ltd (NGEL) ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि ONGC और NGEL ने अपने 50-50% के जॉइंट वेंचर ONGC-NTPC Green Private Ltd (ONGPL) के जरिये अयाना रिन्यूएबल पावर को 230 करोड़ डॉलर में खरीदने का फैसला किया है. एक्सचेंज फाइलिंग में बताया गया है कि ONGPL अयाना रिन्यूएबल पावर प्राइवेट लिमिटेड की 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी.
19.5 हजार करोड़ का सौदा
एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक आयाना रिन्युएबल पावर लिमिटेड का ONGPL में विलय होगा. इसके लिए इसके लिए 230 करोड़ डॉलर यानी करीब 19.5 हजार करोड़ रुपये में सौदा हुआ है. ONGPL की तरफ से इस अधिग्रहण के लिए नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF), ब्रिटिश इंटरनेशनल इनवेस्टमेंट पीएलसी और इसकी सब्सिडियरी BII साउथ एशिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड के साथ-साथ एवरसोर्स कैपिटल के साथ 12 फरवरी शेयर परचेज एग्रीमेंट किया गया है.
आयना बड़ी खिलाड़ी
NTPC Green Energy ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, अयाना रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की बड़ी खिलाड़ी है. इस कंपनी के पास लगभग 4.1 गीगावाट की ऑपरेशनल और अंडर कंशट्रक्शन क्षमताएं हैं. इनमें से 1 गीगावाट के प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं. अयाना के पोर्टफोलियो का बड़ा हिस्सा रणनीतिक रूप से संसाधन संपन्न राज्यों में स्थित है. इसके साथ ही SECI, NTPC, GUVNL, भारतीय रेलवे जैसे हाई क्रेडिट रेटेड ऑफ टेकर्स के साथ कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट हैं.
मील का पत्थर
इस सौदे को एक्सचेंज फाइलिंग में अहम बताते हुए कहा गया है कि यह अधिग्रहण ONGPL के लिए मील का पत्थर साबित होगा. नवंबर 2024 में कंपनी की स्थापना के बाद यह ONGPL का पहला रणनीतिक अधिग्रहण है. इस अधिग्रहण से ओएनजीसी और एनटीपीसी को 2038 और 2050 तक नेट जीरो लक्ष्य हासिल करने में बड़ी मदद मिलेगी.
देश के लक्ष्यों में मददगार
भारत ने 2030 तक 500 गीगावॉट की रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन की क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है. इसके साथ ही 2070 तक नेट जीरो इमिशन का लक्ष्य रखा गया है. इस दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिहाज से भी यह सौदा अहम है. ONGPL के सीईओ संजय कुमार मजूमदार का कहना है कि अयाना के अधिग्रहण से ONGPL के साथ ही देश को लो-कार्बन इकोनॉमी की दिशा में आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.
विकसित भारत के लिए जरूरी
NTPC Green Energy के सीईओ राजीव गुप्ता ने कहा कि ONGPL के जरिये अयाना रिन्यूएबल्स का अधिग्रहण विकसित भारत की दिशा में आगे बढ़ने के लिए जरूरी एनर्जी ट्रांजिशन में अहम है. इससे NTPC Green Energy के वित्त वर्ष 32 तक 60 गीगावाट के लक्ष्य को हासिल करने में भी मदद मिलेगी.
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