NTPC Green Energy vs Adani Green Energy: कौन है रिन्यूएबल एनर्जी का सबसे बड़ा खिलाड़ी

NTPC Green Energy की तुलना Adani Green Energy से की जा रही है. NTPC Green Energy का वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में रेवेन्यू 1,132.74 करोड़ रुपये रहा जबकि Adani Green की वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में रेवेन्यू 5,890 करोड़ रुपये रहा.

एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी बनाम अडानी ग्रीन एनर्जी Image Credit: money9live.com

NTPC Green Energy के IPO की चर्चा हर जगह हो रही है. कंपनी ने इस IPO के जरिए 10,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. यह IPO 19 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 22 नवंबर को इसमें बोली लगाने का आखिरी दिन था. सब्सक्रिप्शन के अंतिम दिन इस कंपनी के IPO को 2.42 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. 27 नवंबर को इसकी लिस्टिंग होगी. NTPC Green Energy, NTPC लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है, जिसे अप्रैल 2022 में बनाया गया था. NTPC Green Energy भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी PSU कंपनी है. कंपनी सोलर और विंड एनर्जी से 3,320 मेगावाट बिजली की उत्पादन करती है.

इसकी तुलना Adani Group की Adani Green Energy से की जा रही है, और इसका सीधा मुकाबला इसी कंपनी से है. NTPC Green Energy का वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में रेवेन्यू 1,132.74 करोड़ रुपये रहा, जिसमें नेट प्रॉफिट 175.3 करोड़ रुपये रहा. कंपनी के पास 16,866 मेगावाट के पोर्टफोलियो में 3,320 मेगावाट चालू और 9,175 मेगावाट पाइपलाइन में है. Adani Green की वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में रेवेन्यू 5,890 करोड़ रुपये रहा, जिसमें नेट प्रॉफिट 1,144 करोड़ रुपये रहा.

यह भी पढ़ें: कार पर नहीं लगा है ये स्टिकर तो देना होगा 10000 तक का फाइन, जान लें नियम

NTPC Green Energy vs Adani Green Energy: रेवेन्यू

फाइनेंशियल मैट्रिक्सNTPC Green EnergyAdani Green Energy
वित्त वर्ष 24 का राजस्व (करोड़ रुपये में)1,962.69,220
वित्त वर्ष 24 का लाभ (करोड़ रुपये में)344.71,260
मार्केट कैपिटलाइजेशन91,000-1,00,0001,80,105
(Source: Screener.in)

NTPC Green Energy vs Adani Green Energy: प्रोडक्शन ( 30 सितंबर 2024)

ऑपरेशनल KPIsNTPC Green EnergyAdani Green Energy
कैपेसिटी (MW)3,32011,184
सोलर (MW)3,2207,393
विंड (MW)1001,651
हाइब्रिड (MW)2,140
(Source – NTPC Green’s RHP)

रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती मांग

दुनियाभर में रिन्यूएबल एनर्जी की मांग तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में कंपनियां अधिक से अधिक रिन्युएबल एनर्जी पर जोर दे रही हैं. भारत, चीन और अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एनर्जी कंज्यूमर है. भारत ने 2070 तक नेट जीरो का टारगेट तय किया है, और इसे हासिल करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.