NVIDIA का बड़ा फैसला, अब अमेरिकी फैक्ट्रियों में ही बनेंगी दुनिया की सबसे एडवांस AI चिप्स
NVIDIA ने अपनी सबसे एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सुपरकंप्यूटर चिप्स का उत्पादन अब पूरी तरह से अमेरिका में करने का फैसला किया है. चलिए जानते हैं एनवीडिया ये प्रोडक्शन कहां करने वाली है और प्रोडक्शन स्ट्रेटेजी में क्यों बदलाव किया है.
Trump Tariff: Nvidia ने एक बड़ी घोषणा में बताया कि अब वह अपनी सबसे एडवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सुपरकंप्यूटर चिप्स को पहली बार पूरी तरह से अमेरिका में ही बनाएगा. ये कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब दुनियाभर में व्यापारिक तनाव बढ़ते जा रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ का उद्देश्य भी यही था कि कंपनियां अमेरिका में ही काम करें. लेकिन ऐसा करने के पीछे और भी वजह है.
कहां होगा प्रोडक्शन
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया में स्थित एनवीडिया ने बताया कि उसकी सबसे हाई-एंड GPUs, जिन्हें Blackwell कहा जाता है, अब अमेरिका के एरिजोना में TSMC की फैक्ट्रियों में बनेंगी. TSMC ताइवान की सेमिकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है. एनवीडिया ने टेक्सास (USA) में नए सुपरकंप्यूटर प्लांट्स पर भी काम शुरू कर दिया है जो Foxconn और Wistron जैसी बड़ी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के साथ साझेदारी में तैयार किए जा रहे हैं. लगभग 12 से 15 महीनों में यहां पूरी तरह से काम शुरू हो जाएगा.
NVIDIA बदल रहा अपनी प्रोडक्शन स्ट्रेटेजी
Nvidia के CEO जेन्सन हुआंग ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि, “दुनिया के AI इंफ्रास्ट्रक्चर के इंजन पहली बार अमेरिका में बन रहे हैं.” उन्होंने कहा कि इससे न केवल बढ़ती डिमांड पूरी करने में मदद मिलेगी, बल्कि सप्लाई चेन मजबूत होगी और कंपनी की स्थिरता भी बढ़ेगी.
कंपनी का लक्ष्य है कि इस दशक के अंत तक अमेरिका में ही 500 अरब डॉलर तक का AI इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए, जिसमें TSMC, Foxconn, Wistron, Amkor और SPIL जैसी कंपनियां साझेदार होंगी.
NVIDIA ने ये फैसला क्यों लिया
ये फैसला ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका चीन को हाई-एंड AI चिप्स के निर्यात पर रोक लगा रहा है, क्योंकि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है. अमेरिका में ही उत्पादन करने से वॉशिंगटन को इन हाई-टेक चिप्स पर ज्यादा नियंत्रण और निगरानी मिलेगी, जो रक्षा, संचार और उपभोक्ता तकनीकों में इस्तेमाल होती हैं.
हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विमान एयर फोर्स वन से कहा कि अमेरिका जल्दी ही चिप्स पर नए टैरिफ लगाएगा.
ट्रंप ने कहा, “सेमीकंडक्टर्स पर टैरिफ… जल्द ही लागू किए जाएंगे. हम चाहते हैं कि हमारे देश में ही चिप्स और सेमीकंडक्टर्स बनें.”