112 फीसदी की गिरावट से वापसी, ओला इलेक्ट्रिक ने बाजार में पकड़ी रफ्तार; क्या कहते हैं एक्सपर्ट

ओला इलेक्ट्रिक ने नए प्रोडक्ट्स और तेजी से शोरूम विस्तार का ऐलान किया है. विशेषज्ञ इसे एक बड़ा ट्रिगर मान रहे हैं. क्या यह फैसला कंपनी के शेयरों को नई ऊंचाई देगा?

Ola Electric के शेयरों ने भरी उड़ान Image Credit: @Tv9

इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता ओला इलेक्ट्रिक हाल ही में चर्चा का विषय बनी हुई है. कंपनी के शेयरों ने शुरुआती दिनों में शानदार लिस्टिंग के बाद निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए लेकिन कुछ मुश्किलों के कारण इसमें गिरावट देखने को मिली. अब मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि कंपनी में रिकवरी की संभावनाएं नजर आ रही हैं. आइए जानते हैं क्या कहते हैं विशेषज्ञ और किन कारणों से कंपनी के शेयरों में फिर से जान आ सकती है.

रिकवरी के संकेत

हाल ही में ओला इलेक्ट्रिक ने किफायती रेंज में कुछ नए स्कूटर्स लॉन्च किए, जो प्रमुख रूप से B2B सेगमेंट के लिए डिजाइन किए गए हैं. इनकी कीमत 40,000 रुपये से 64,000 रुपये के बीच है. यह सेगमेंट कंपनी के लिए नई संभावनाएं खोल सकता है. साथ ही, कंपनी ने ऐलान किया है कि उसके 800 शोरूम को दिसंबर 2024 तक 4,000 तक बढ़ाया जाएगा. पहले यह लक्ष्य मार्च 2025 तक का था जिसे तीन महीने पहले ही पूरा करने का प्लान बनाया गया है. इस आक्रामक विस्तार को बाजार ने सकारात्मक संकेत के रूप में देखा है.

गिरावट के कारण

ओला इलेक्ट्रिक के प्रोडक्ट्स, खासकर ईवी स्कूटर्स और बाइक्स को लेकर ग्राहकों ने शिकायतें दर्ज कराई थीं. सोशल मीडिया पर इन शिकायतों ने बड़ा बखेड़ा खड़ा किया. कंपनी की ओर से ग्राहकों को सही जवाब न मिलने और प्रमोटर की विवादित टिप्पणियों ने इस समस्या को और तूल दी.

इसके अलावा, बाजार में TVS और बजाज जैसे बड़े खिलाड़ियों की एंट्री ने ओला के मार्केट शेयर पर दबाव बनाया. अप्रैल 2024 में जहां कंपनी का ईवी मार्केट शेयर 52 फीसदी था, वहीं यह घटकर 25 फीसदी पर आ गया.

क्या कहते हैं मार्केट एक्सपर्ट?

Hensex Securities के AVP रिसर्च महेश ओझा का मानना है कि कंपनी ने ग्राहकों की शिकायतों को हल करने और सर्विसेज में सुधार की ओर कदम बढ़ाए हैं. उन्होंने कहा कि ओला की बैकवर्ड इंटीग्रेशन रणनीति, जैसे कि तमिलनाडु में गीगा फैक्ट्री का निर्माण, कंपनी के लिए बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है. यह बैटरी और सोलर पार्ट्स की लागत और गुणवत्ता पर कंपनी का नियंत्रण बढ़ाएगा.

महेश ओझा ने कहा, “सरकार की ओर से मिलने वाले इंसेंटिव और नई टेक्नोलॉजी में इनोवेशन के चलते ओला भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. हालांकि, कंपनी अभी घाटे में है बावजूद असके इसका राजस्व 5,000 करोड़ रुपये के पार पहुंच चुका है.”

क्या निवेश करें?

महेश ओझा ने सलाह दी कि निवेशकों को ओला इलेक्ट्रिक में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करना चाहिए. उनका कहना है कि कंपनी के नए प्रोडक्ट्स की सफलता और विस्तार की रफ्तार तय करेगी कि शेयर कहां तक जाएगा. उन्होंने शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए 78 रुपये का स्टॉप लॉस और 118 रुपये-120 रुपये का टारगेट प्राइस सुझाया है. वहीं, लॉन्ग टर्म निवेशकों को दो-तीन साल के नजरिए से इस स्टॉक में निवेश करने की सलाह दी है.