ट्रंप के टैरिफ के चलते कच्चे तेल की मांग में आ सकती है गिरावट, ओपेक ने अनुमान में की कटौती

OPEC: पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ने एक मंथली रिपोर्ट में कहा कि 2025 में वर्ल्ड ऑयल डिमांड में 1.30 मिलियन बैरल प्रति दिन (BPD) की वृद्धि होगी. हाल ही में व्यापार संबंधी डायनामिक ने शॉर्ट टर्म वैश्विक आर्थिक ग्रोथ के नजरिए में अधिक अनिश्चितता पैदा कर दी है.

तेल की मांग में आ सकती है गिरावट. Image Credit: Getty image

OPEC: ओपेक ने सोमवार को पहली तिमाही के प्राप्त आंकड़ों और अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव का हवाला देते हुए 2025 के लिए अपने ग्लोबल ऑयल डिमांड के ग्रोथ के अनुमान में कटौती की है. साथ ही ओपक ने इस साल और अगले साल के लिए अपने वैश्विक आर्थिक ग्रोथ अनुमान को भी कम कर दिया. पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ने एक मंथली रिपोर्ट में कहा कि 2025 में वर्ल्ड ऑयल डिमांड में 1.30 मिलियन बैरल प्रति दिन (BPD) की वृद्धि होगी, जो पिछले महीने के पूर्वानुमान से 1,50,000 BPD कम है. ओपेक ने इस साल और अगले वर्ष विश्व आर्थिक ग्रोथ के लिए अपने पूर्वानुमानों में भी कटौती की है.

शॉर्ट टर्म ग्रोथ में अनिश्चितता

ओपेक ने रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था ने साल की शुरुआत में स्थिर ग्रोथ का ट्रेंड दिखाया. हालांकि, हाल ही में व्यापार संबंधी डायनामिक ने शॉर्ट टर्म वैश्विक आर्थिक ग्रोथ के नजरिए में अधिक अनिश्चितता पैदा कर दी है.

ओपेक का ऑयल डिमांड नजरिया अभी भी उद्योग के पूर्वानुमानों के हाई स्तर पर है और यह उम्मीद करता है कि तेल का उपयोग वर्षों तक बढ़ता रहेगा. इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के उलट, जो इस दशक में मांग को पीक पर देखती है क्योंकि दुनिया क्लीन फ्यूल पर स्विच कर रही है.

क्रूड ऑयल की कीमत

अमेरिका द्वारा कुछ टैरिफ पर छूट दिए जाने और मार्च में कच्चे तेल के आयात में तेज उछाल दिखाने वाले चीनी आंकड़ों के बाद सोमवार को तेल की कीमतों में 1 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई. लेकिन इस चिंता के कारण मुनाफा सीमित रहा कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर वैश्विक आर्थिक ग्रोथ को कमजोर कर सकता है और फ्यूल की मांग को कम कर सकता है.

ब्रेंट क्रूड फ्यूचर 1246 GMT तक 83 सेंट या 1.3 फीसदी बढ़कर 65.59 डॉलर प्रति बैरल हो गया. यू.एस. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 81 सेंट या 1.3 फीसदी बढ़कर 62.31 डॉलर पर पहुंच गया.

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