OpenAI ने Google Chrome को खरीदने का चला दांव, सर्च इंजन पर लगे थे ये गंभीर आरोप
अमेरिका में गूगल के खिलाफ एक केस चल रहा है जिसमें उसपर एंटीट्रस्ट के आरोप लगाए गए हैं. इस केस के तहत गूगल को अपना ब्राउजर क्रोम बेचने के लिए मजबूर किया गया है. इस बीच OpenAI ने क्रोम को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है.
Open AI Google Chrome: OpenAI ने कहा है कि वह गूगल क्रोम को खरीदने के लिए तैयार है. दरअसल अमेरिका में गूगल पर एक केस चल रहा है जिसमें उसपर एंटीट्रस्ट यानी प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के आरोप लगाए गए हैं. जांच में गूगल को मजबूर किया जा सकता है कि उसे अपना ब्राउजर Chrome को बेचना होगा. बस Open AI ने इसीलिए कहा कि वह क्रोम को खरीदने के लिए इच्छुक है.
क्या है गूगल के खिलाफ केस
गूगल के खिलाफ ट्रायल अमेरिका के न्याय विभाग द्वारा चलाया जा रहा है, जो चाहता है कि गूगल ऑनलाइन सर्च में अपनी पकड़ कमजोर करे ताकि अन्य कंपनियों को भी प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिले. पिछले साल जज ने पाया था कि गूगल की इसमें मोनोपोली है.
हालांकि गूगल ने अभी तक क्रोम को बेचने की कोई पेशकश नहीं की है और वह उस निर्णय के खिलाफ अपील करने की योजना बना रहा है.
गूगल की OpenAI को ना
OpenAI ने गूगल के क्रोम को खरीदने के लिए जुलाई में संपर्क किया था और गूगल ने अगस्त में जवाब देते हुए मना कर दिया था.
सरकार चाहती है कि गूगल अपने सर्च डेटा को प्रतियोगियों के साथ साझा करे ताकि ChatGPT जैसे प्लेटफॉर्म भी अपनी सर्विस बेहतर बना सकें.
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गूगल के खिलाफ आरोप
अमेरिकी सरकार के आरोपों के मुताबिक:
- 2020 में Google ने अमेरिका के ऑनलाइन सर्च मार्केट का 90 फीसदी कंट्रोल किया था. मोबाइल डिवाइस में इसका हिस्सा 95 फीसदी था.
- Google ने Apple और कई स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों के साथ गुप्त समझौते किए. इन डील्स में गूगल ने इन्हें मोटी रकम दी ताकि Google का सर्च हर स्मार्टफोन में पहले से ही डिफॉल्ट रूप में डला रहे.
- इस एक्सक्लूसिव एक्सेस ने Google को यूजर डेटा का एक बड़ा हिस्सा दिया, जिससे इसका सर्च इंजन और ज्यादा ताकतवर बना.
इसी ताकत का इस्तेमाल करके Google ने क्रोम ब्राउजर, Google Maps और Android ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे प्रोडक्ट्स में अपना दबदबा बनाया.