पतंजलि के लाल मिर्च में निकली गड़बड़ी, बाजार से हटाया गया 4 टन पाउडर; FSSAI की कार्रवाई के बाद उठे सवाल

बाजार में मौजूद एक बड़े ब्रांड के लोकप्रिय प्रोडक्ट को अचानक वापस मंगाने का आदेश दिया गया है. खाद्य सुरक्षा से जुड़े इस फैसले ने उपभोक्ताओं को चौंका दिया है. जानिए क्यों कंपनी को उठाना पड़ा इतना बड़ा कदम.

बाजार से हटाया गया 4 टन लाल मिर्च पाउडर Image Credit: Anna Mardo/Moment/Getty Images/Patanjali

Patanjali Foods: पतंजलि फूड्स लिमिटेड को बड़ा झटका लगा है. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के जांच में कंपनी का मिर्च पाउडर उनके मानको पर खरा नहीं उतरा. ऐसे में अब कंपनी अब मजबूरन बाजार में बेचने के लिए जा चुके 4 टन लाल मिर्च पाउडर के एक बैच को वापस ले रही है. कंपनी पर अब उपभोक्ताओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.

कंपनी ने ग्राहकों से भी कहा है कि अगर वह इस बैच का प्रोडक्ट इस्तेमाल कर रहे हैं तो वह दुकान में इसे वापस कर के इसका रिफंड ले सकते हैं. इस कदम के बाद पतंजलि ने अपने क्वॉलिटी कंट्रोल उपायों को और सख्त करने का फैसला लिया है.

मानकों पर खरी नहीं उतरी मिर्च पाउडर

पीटीआई के हवाले से कंपनी के सीईओ संजीव अस्थाना ने कहा, “जब इस उत्पाद के नमूने की जांच की गई तो यह निर्धारित अधिकतम कीटनाशक अवशेष सीमा से अधिक पाया गया.” उन्होंने बताया कि FSSAI विभिन्न खाद्य पदार्थों के लिए कीटनाशक अवशेषों की अधिकतम सीमा निर्धारित करता है जिसमें लाल मिर्च पाउडर भी शामिल है.

FSSAI ने पतंजलि फूड्स को निर्देश दिया है कि वह “बैच नंबर AJD2400012 के सभी उत्पादों को बाजार से वापस बुलाए.” यह आदेश खाद्य सुरक्षा और मानक (प्रदूषक, विषाक्त पदार्थ और अवशेष) नियम, 2011 के तहत दिया गया है.

कंपनी ने अपने डिस्ट्रीब्यूटर और रिटेल पार्टनर्स को तुरंत सूचित कर दिया है और उपभोक्ताओं तक जानकारी पहुंचाने के लिए विज्ञापन भी जारी किए हैं. अस्थाना ने ग्राहकों से अपील की है कि जो लोग इस विशेष बैच का लाल मिर्च पाउडर खरीद चुके हैं, वे इसे वापस करें और पूरा पैसा वापस ले लें.

पतंजलि फूड्स: भारत की शीर्ष FMCG कंपनी

पतंजलि फूड्स लिमिटेड, जिसे पहले रुचि सोया के नाम से जाना जाता था, 1986 में स्थापित हुई थी. यह भारत की प्रमुख FMCG कंपनियों में से एक है और खाद्य तेल, पैकेज्ड फूड और विंड पावर उत्पादन जैसे सेक्टर में कार्यरत है. कंपनी अपने प्रोडक्ट को पतंजलि, रुचि गोल्ड, न्यूट्रेला आदि ब्रांड नामों के तहत बेचती है.

यह भी पढ़ें: Waaree Energies, Bajaj Housing Finance समेत 18 नए IPO स्टॉक्स धड़ाम, जानें कितना डूब गया निवेशकों का पैसा

वित्तीय प्रदर्शन पर प्रभाव नहीं

सितंबर तिमाही में पतंजलि फूड्स का स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ 21 फीसदी बढ़कर 308.97 करोड़ रुपये हो गया जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 254.53 करोड़ रुपये था. इसी अवधि में कंपनी की कुल आय बढ़कर 8,198.52 करोड़ रुपये हो गई. यह आंकड़ा पिछले साल 7,845.79 करोड़ रुपये थी.