Pi नेटवर्क ने अपने करोड़ों कस्टमर्स को दिया धोखा, Binance ने लगाए ये बड़े आरोप

Pi Network के मेननेट माइग्रेशन में देरी और समस्याओं के कारण लाखों यूजर्स निराश हुए हैं. कई यूजर्स के अकाउंट अभी भी लॉक हैं और उनके पास अपने Pi को इस्तेमाल करने का कोई तरीका नहीं है. ऐसे कई आरोप बाइनेंस की रिपोर्ट बताती है. चलिए जानते हैं.

क्या Pi Coin सचमुच दे रहा धोखा Image Credit: Money9live/Canva

Pi Coin: Pi Coin को माइन करने वालों ने इससे क्या-क्या उम्मीद लगाई थी? उनमें से कितनी पूरी हुई? शायद एक भी नहीं! और इसलिए अब Pi यूजर्स ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. दरअसल 14 मार्च 2025 वो तारीख थी जिस दिन Pi Network को अपने टेस्ट फेज (टेस्टनेट) से लाइव फेज (मेननेट) में शिफ्ट होना था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इसके लाखों यूजर्स निराश हुए, जिन्होंने अपना KYC प्रोसेस पूरा कर लिया था और वे अपने Pi को मेननेट पर माइग्रेट करने के लिए तैयार थे. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. जो हुआ वो ये कि कई यूजर्स अब Pi टीम की इस पर चुप्पी और अधूरे वादों से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.

Pi Coin का नहीं हो पा रहा इस्तेमाल

बाइनेंस की रिपोर्ट में बताया गया कि माइग्रेशन तो एक समस्या है ही लेकिन इसके साथ ही यूजर्स अनवेरिफाइड बैलेंस का भी सामना कर रहे हैं. कई यूजर्स ने सारे प्रोसेस के साथ आगे बढ़े, KYC पूरा किया लेकिन फिर भी उनके द्वारा माइन किए गए Pi का एक बड़ा हिस्सा अभी भी “अनवेरिफाइड” के रूप में लॉक है.

और तो और Pi कोर टीम ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है. वर्षों तक Pi को माइन करने वाले यूजर्स अब अपने बैलेंस को जमे हुए देख रहे हैं, लेकिन उनके पास कोई समाधान नहीं है. कई यूजर्स ने माना था कि KYC वेरिफिकेशन के बाद उनका पूरा बैलेंस इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स कई बार इसे लेकर पूछ रहे हैं लेकिन Pi कोर टीम ने इन बैलेंस को कब ठीक किया जाएगा, इस पर कुछ नहीं बताया है. इसलिए यूजर्स का मानना है कि Pi ने जो वादे किए उसे अब तक पूरा नहीं किया.

नहीं मिला कोई रिवॉर्ड

बाइनेंस ने अपनी रिपोर्ट में एक और विवाद को सामने रखा है. यह Pi वेलिडेटर्स को लेकर है. वे यूजर्स जिन्होंने KYC प्रोसेस के दौरान दूसरे यूजर्स को वेरिफाय करने में मदद की वह वेलिडेटर्स हैं. ऐसे वेलिडेटर्स को रिवॉर्ड देने का वादा किया गया था लेकिन अब तक किसी को कोई रिवॉर्ड नहीं मिला. इसी वजह से यूजर्स का भरोसा टूट रहा है.

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कई वादे, एक भी पूरा नहीं

Pi Network पिछले छह वर्षों से काम कर रहा है और इस दौरान कोर टीम ने Pi के भविष्य को लेकर कई वादे किए हैं, जैसे:

  • मेननेट माइग्रेशन निष्पक्ष होगा. लेकिन अब, कई यूजर्स के Pi को लॉक रखा गया है और कुछ बताया भी नहीं जा रहा
  • KYC प्रोसेस बढ़िया तरीके से होने का वादा किया गया था लेकिन फिर भी कई अकाउंट अधर में लटके हैं
  • वेलिडेटर्स के लिए रिवॉर्ड का वादा किया गया था. लेकिन अब तक, उन्होंने इसे पूरा नहीं किया है
  • उन्होंने कहा था कि अनवेरिफाइड बैलेंस को ठीक किया जाएगा. लेकिन कोई डेडलाइन नहीं, कोई अपडेट नहीं, और कोर टीम पूरी तरह से चुप है.