रतन टाटा की कंपनियों से चलता है 10 लाख से ज्यादा लोगों का घर, इस कंपनी में ही 6 लाख से ज्यादा स्टाफ

रतन टाटा अपनी व्यावसायिक सूझबूझ, दूरदर्शिता और मजबूत कार्य नीति के लिए जाने जाते थे. आज भी टाटा समूह की कंपनियों में लाखों लोग काम करते हैं. रतन टाटा ने टाटा समूह के कारोबार को आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचाया. वे हमेशा अपने कर्मचारियों को बीच लोकप्रिय रहे.

टाटा समूह में काम करते हैं लाखों लोग. Image Credit: PTI

भारत के सबसे बड़े बिजनेस समूह में से एक टाटा ग्रुप के 86 वर्षीय मानद चेयरमैन रतन टाटा ने मुंबई में अपनी अंतिम सांस ली. टाटा समूह की पैरेंट कंपनी टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन नवल टाटा ने टाटा समूह को देश के सबसे प्रतिष्ठित बिजनेस ग्रुप बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रतन टाटा अपनी व्यावसायिक सूझबूझ, दूरदर्शिता और मजबूत कार्य नीति के लिए जाने जाते थे. आज भी टाटा समूह की कंपनियों में लाखों लोग काम करते हैं.

टाटा समूह में कब शामिल हुए थे रतन टाटा

रतन टाटा कई कंपनियों में काम करने के बाद साल 1962 में टाटा समूह में शामिल हुए थे. भारत में आर्थिक उदारीकरण के महत्वपूर्ण समय के दौरान रतन टाटा ने जे.आर.डी. टाटा के बाद टाटा संस और टाटा समूह के चेयरमैन का पद संभाला. इसके बाद उन्होंने कई नए कारोबार शुरू किए.

टाटा इंडिका को लॉन्च कर रचा था इतिहास

रतन टाटा ने टाटा इंडिका को लॉन्च कर इतिहास रच दिया था. टाटा इंडिका भारत की पहली स्वदेशी रूप से डेवलप पैसेंजर कार थी. यह टाटा मोटर्स के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी. रतन टाटा ने टाटा समूह के कारोबार को आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचाया. वे हमेशा अपने कर्मचारियों को बीच लोकप्रिय रहे.

दिसंबर 2012 में उन्होंने टाटा संस के चेयरमैन पद से रिटायर हुए और नेतृत्व साइरस मिस्त्री को सौंप दिया. इसके बाद वो परोपकारी और सलाहकार की भूमिका में सक्रिय रहे.

10 लाख से अधिक लोग करते हैं काम

आज अगर बात करें, तो टाटा समूह में 10 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में 6 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. टाटा की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 1,028,000 कर्मचारी काम मौजूदा समय में काम करते हैं. 2024 में देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में 6,02,000 लाख कर्मचारी काम करते हैं. दुनिया भर के कई देशों में कंपनी कारोबार करती है. टाटा समूह में 30 से अधिक कंपनियां शामिल हैं, जो कई सेक्टर में कारोबार करती हैं.

निवेश होल्डिंग कंपनी

टाटा संस टाटा कंपनियों की प्रमुख निवेश होल्डिंग कंपनी और प्रमोटर है. टाटा संस की इक्विटी शेयर पूंजी का 66 फीसदी हिस्सा परोपकारी ट्रस्टों के पास है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका सृजन और कला एवं संस्कृति को सपोर्ट करते हैं.

2023-24 में टाटा कंपनियों का कुल रेवेन्यू 165 बिलियन डॉलर से अधिक था. ये कंपनियां सामूहिक रूप से 1 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार देती हैं. प्रत्येक टाटा कंपनी या एंटरप्राइज अपने खुद के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के मार्गदर्शन और सुपर विजन के तहत स्वतंत्र रूप से चलता है.