रतन टाटा टाइमलाइन: 1981 से रिटायरमेंट तक टाटा समूह को $100 अरब की कंपनी बना दिया

रतन टाटा जब से टाटा इंडिस्ट्रीज के चेयरमैन बनें तब से लेकर उनकी रिटायरमेंट तक उन्होंने अपने जीवन में क्या-क्या हासिल कर लिया. जानते हैं इस टाइमलाइन जो आपको 1981 से लेकर 2012 तक ले जाएगी.

रतन टाटा टाइमलाइन: 1981 से रिटायरमेंट तक टाटा समूह को $100 अरब की कंपनी बना दिया Image Credit: @PTI

रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अपनी आखिरी सांसे ली, देश के दिग्गज कारोबारी और साधारण जीवन जीने वाले रतन टाटा का जीवन कैसा रहा? टाटा इंडस्ट्री के चेयरमैन बनने से लेकर रिटारमेंट तक की उपलब्धि, आइए एक टाइमलाइन देखते हैं.

1981 ये वह साल था जब रतन टाटा के बिजनेस के शिखर पर पहुंचे. वे टाटा इंडस्ट्रीज के चेयरमैन बनें.

1983 में उन्हीं के रहते नमक इंडस्ट्री में एक क्रांति सी आई. उन्होंने देश में पहला ऑयोनाइस्ड नमक लॉन्च किया और नाम दिया ‘टाटा नमक, देश का नमक’

1986, तीन साल में उन्होंने एक उपलब्धि दर्ज की, वे एयर इंडिया के चेयरमैन बनें.

1991, ये साल रतन टाटा के लिए सबसे खास होगा. इसी साल में वे टाटा समूह के चेयरमैन बनें.

1999, रतन टाटा को लेकर आप आज जो कहानियां सुनते हैं उसका केंद्र यही साल है. इसी साल में टाटा मोटर्स की बिक्री को फोर्ड ने रिजेक्ट कर दिया था.

2000 साल में रतन टाटा को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. यही नहीं टाटा टी (चाय) ने टेट्ली समूह को अक्वायर किया और आज टाटा टी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी टी कंपनी बन गई है.

2004 में रतन टाटा की वजह से भारत के आई इंडस्ट्री को बढ़ावा मिला. टाटा कंसल्टेंसी कंपनी (टीसीएस) भारत की पहली आईटी कंपनी बनी जिसने 1 अरब डॉलर से ज्यादा का राजस्व कमाया.

2006 रतन टाटा ने DTH स्केटर में टाटा स्काय के साथ कदम रखा जो आज DTH सेक्टर में सबसे आगे है.

2008, जब टाटा ने फॉर्ड मोटर्स को दिवालिया होने से बचाया और जैगुआर और लैंड रोवर को खरीद लिया. इसी साल रतन टाटा को पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया.

2009 में रतन टाटा ने आम आदमी के लिए सबसे सस्ती कार टाटा नैनो को बाजार में लॉन्च किया.

2010 में रतन टाटा ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल को 50 लाख डॉलर का चंदा दिया, इसी खुशी में स्कूल ने एक हॉल को टाटा हॉल नाम दिया.

2012 में रतन टाटा ने रिटायरमेंट लिया लेकिन उनके पास चेयरमैन एमिरिटस का टाइटल रहा. रतन टाटा के कार्यकाल में टाटा समूह का राजस्व 100 अरब डॉलर को पार कर गया.