रतन टाटा की वसीयत: 3800 करोड़ की चैरिटी, परिवार, पड़ोसी, दोस्तों और पालतू जानवरों को क्या-क्या मिला?

Ratan Tata Will: रतन टाटा ने अपनी अधिकतर संपत्ति चैरिटी कार्यों के लिए दान कर दी है. उनके करीबी परिवार के सदस्यों और दोस्तों को संपत्ति का एक हिस्सा मिला है. रतन टाटा की वसीयत में क्या-क्या है और किसे क्या मिला है. यहां जानें सब कुछ.

रतन टाटा की वसीयत में किसे क्या मिला? Image Credit: Money9live/Canva/PTI

Ratan Tata Will Property: प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा अपने पीछे काफी बड़ी संपत्ति छोड़ कर गए हैं, उनकी वसीयत से अब ये सामने आया है कि किसे क्या मिला है. उनके परिवार वालों को क्या मिला, करीबियों को क्या मिला, पालतू जानवर के लिए वे क्या छोड़कर गए, समाज को क्या दान दिया. हालांकि उनकी वसीयत के अनुसार रतन टाटा ने अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा चैरिटी में ही दिया है, उन्होंने खुद के ट्रस्ट को सबसे ज्यादा दान में दिया है. वसीयत में टाटा समूह के शेयरों से लेकर कीमती घड़ियों तक कई चीजें परिवार वालों को मिली हैं. अब इस वसीयत को लागू करने की कानूनी प्रक्रिया चल रही है.

चैरिटी में दिया बड़ा दान

रतन टाटा एन्डोमेंट फाउंडेशन और रतन टाटा एन्डोमेंट ट्रस्ट को उनकी कुल संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा दिया गया है. यह संपत्ति 3,800 करोड़ रुपये की है, जिसमें Tata Sons के शेयर और अन्य संपत्तियां शामिल हैं.

परिवार और करीबी लोगों को क्या मिला?

पालतू जानवरों को क्या मिला?

रतन टाटा ने अपने पालतू जानवरों के लिए 12 लाख की ट्रेजरी बनाई है. इसमें से हर पालतू जानवर को हर तिमाही 30,000 रुपये मिलेंगे.

रतन टाटा के दोस्त शांतनु को क्या मिला?

विदेशी संपत्तियों का क्या हुआ?

रतन टाटा की 40 करोड़ की विदेशी संपत्तियों में शामिल सेशेल्स की जमीन को RNT Associates Singapore को दी गई है.

इसके अलावा उनके पास Wells Fargo बैंक और Morgan Stanley के अकाउंट्स हैं, Alcoa Corp और Howmet Aerospace के शेयर्स हैं और 4 लाख कैश और भारतीय बैंकों में जमा 367 करोड़ है.

कीमती घड़ियों का क्या हुआ?

यह भी पढ़ें: रतन टाटा के टाटा घराने का इतिहास क्या है? परिवार में कौन-कौन हैं?

रतन टाटा की वसीयत

वसीयत को लागू करने के लिए मुंबई हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस प्रक्रिया को पूरी होने में लगभग छह महीने लग सकते हैं. वसीयत को लागू करने के लिए वकील दारियस काम्बाटा, मेहली मिस्त्री, शिरीन जेजीभॉय और डियाना जेजीभॉय को एग्जीक्यूटर नियुक्त किया गया है.