तीन NBFCs ने RBI को लौटाए रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, 17 का लाइसेंस रद्द

भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा फैसले से NBFC सेक्टर में हलचल मच गई है. कई बड़ी कंपनियों ने अपने पंजीकरण प्रमाणपत्र वापस कर दिए हैं, जबकि कुछ के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया Image Credit: Indranil Aditya/NurPhoto via Getty Images

RBI NBFCs license cancel: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को बताया कि तीन गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) ने अपने पंजीकरण प्रमाणपत्र (CoR) वापस कर दिए हैं. इनमें रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस और IDFC लिमिटेड जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. इस कदम के पीछे विभिन्न कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें कारोबार से बाहर निकलना, मर्जर और कंपनियों का बंद हो जाना शामिल है.

17 NBFCs के लाइसेंस रद्द

इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक के एक अन्य बयान में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में पंजीकृत 17 NBFCs का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. हालांकि, इसके फैसले के पीछे के कारणों की जानकारी नहीं दी गई है. आरबीआई ने अपने बयान में यह भी बताया कि कामधेनु फाइनेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का लाइसेंस फिर से बहाल कर दिया गया है. यह फैसला अपील प्राधिकरण और अदालतों के आदेशों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.

क्यों लौटाए गए पंजीकरण प्रमाणपत्र?

आरबीआई के अनुसार, मनवे इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड ने अपने प्रमाणपत्र इसलिए लौटाए क्योंकि उन्होंने NBFC कारोबार छोड़ दिया है. वहीं, IDFC लिमिटेड, IDFC फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी लिमिटेड और 16 अन्य कंपनियों ने विलय या अन्य कानूनी कारणों से अपने प्रमाणपत्र लौटाए हैं.

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NBFC सेक्टर में इन बदलावों का असर वित्तीय बाजार और उधार प्रक्रिया पर पड़ सकता है, खासकर उन संस्थानों पर जो इन कंपनियों के माध्यम से वित्तीय सेवाएं हासिल कर रहे थे.