सचिन बंसल को मिली बड़ी राहत, RBI ने नवी फिनसर्व से हटाई पाबंदी

भारत के वित्तीय क्षेत्र में एक अहम बदलाव हुआ है. रिजर्व बैंक ने एक देश की एक प्रमुख कंपनी नवी फिनसर्व पर लगे बैन को हटा दिया है. RBI के इस कदम के बाद कंपनी के मालिक सचिन बंसल को बड़ी राहत मिली है.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया Image Credit: PTI

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2 दिसंबर को सचिन बंसल की कंपनी नवी फिनसर्व लिमिटेड से लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लिया है. यह कदम प्रतिबंध लागू होने के केवल दो महीने के भीतर उठाया गया है, जो इस तरह के मामलों में काफी असामान्य माना जाता है.

इतनी जल्दी प्रतिबंध हटना क्यों है खास?

ऐसे मामलों में आमतौर पर प्रतिबंध लंबे समय तक चलते हैं. उदाहरण के लिए, HDFC बैंक पर लगा प्रतिबंध 13 महीनों तक चला था और कोटक महिंद्रा बैंक पर सात महीने पहले बैन लगा था लेकिन यह प्रतिबंध अभी भी जारी है.

RBI ने अपने बयान में कहा कि कंपनी ने अपनी प्रक्रियाओं और सिस्टम को पूरी तरह से सुधार लिया है और नियामकीय दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का वादा किया है. इसके अलावा, लोन प्राइसिंग में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कंपनी ने नए सिस्टम अपनाए हैं जिसके आधार पर आरबीआई ने यह प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है.

क्यों लगा था बैन?

अक्टूबर 2024 में नवी फिनसर्व के अलावा रिजर्व बैंक ने तीन और एनबीएफसी पर बैन लगाया था, जिनमें नई दिल्ली स्थित डीएमआई फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता स्थित आरोहन फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और चेन्नई स्थित आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड शामिल थे.

RBI ने कंपनी के प्राइसिंग पॉलिसी में गड़बड़ी को लेकर इन पर बैन लगाया था. रिजर्व बैंक ने कहा था कि ये संस्थान रेगुलेटरी लिमिट से परे जाकर अधिक ब्याज दरें वसूल रहे थे.आरबीआई ने जुलाई 2022 में माइक्रोफाइनेंस लोन के नियमों में बदलाव किया था , कंपनी उसपर खरी नहीं उतरी. इसके साथ ही कंपनी ने मार्च 2024 में संशोधित नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों के लिए स्केल-बेस्ड रेगुलेशन गाइडलाइन्स का उल्लंघन किया

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सचिन बंसल के लिए बड़ी राहत

नवी फिनसर्व में 98 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखते वाले सचिन बंसल के लिए यह खबर बड़ी राहत है. ऐसा इसलिए क्योंकि फ्लिपकार्ट को बेचने के बाद 2018 में उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति इस फिनटेक कंपनी पर दांव में लगा दी थी.