RIL के पास कैश का भौकाल, Nifty 500 का 15 फीसदी इसके पास, जानें दूसरों का हाल

पिछले दो वर्षों में भारतीय कंपनियों के पास कैश रिजर्व बढ़ा है. जिन कंपनियों के पास कैश रिजर्व सबसे ज्यादा है, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास सबसे अधिक कैश है और रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास अकेले निफ्टी 500 कंपनियों के कुल कैश का 15 फीसदी हिस्सा है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद L&T, टाटा मोटर्स और TCS का नाम है.

रिलायंस के पास सबसे ज्यादा कैश Image Credit: money9live.com

Cash Reserves of Indian Companies: कंपनियां अपने 15 साल की कमाई के टॉप पर हैं, फिर भी नौकरियों की किल्लत है और लोगों की सैलरी उम्मीद के अनुसार नहीं बढ़ रही है, इस बात का सवाल इकोनॉमिक सर्वे ने उठाया है. अब इसका जवाब भी कुछ हद तक मिल गया है. ताजा रिसर्च के अनुसार देश की दिग्गज कंपनियां कैश के ढेर पर बैठी हुई हैं. लेकिन इसके बावजूद वह विस्तार और पूंजीगत खर्च करने की जगह पैसे बचा रही हैं. बिजनेस लाइन के मुताबिक निफ्टी 500 कंपनियों का कुल नगदी 2022 में 10.6 लाख करोड़ रुपये था, जो 2024 में 35 फीसदी बढ़कर 14.3 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास सबसे ज्यादा कैश

जिन कंपनियों के पास कैश सबसे ज्यादा है, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले नंबर पर है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास अकेले निफ्टी 500 कंपनियों के कुल कैश का 15 फीसदी, यानी लगभग 2.15 लाख करोड़ रुपये था. इसके अलावा, सितंबर 2024 तक L&T, टाटा मोटर्स, TCS और विप्रो जैसी अन्य कंपनियों के पास भी भारी कैश भंडार है.

टॉप 10 कैश रिजर्व वाली कंपनियों में तेजी

टॉप 10 कैश रिजर्व वाली कंपनियों में इंटरग्लोब एविएशन, रिलायंस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने पिछले 2 सालों में अपने कैश रिजर्व को सबसे ज्यादा बढ़ाया है. विश्लेषकों का कहना है कि पिछले कुछ समय से फ्री कैश फ्लो में सालाना आधार पर सुधार हुआ है क्योंकि कंपनियों ने कोविड महामारी के बाद किए गए कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन उपायों का फायदा उठाया है.

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पूंजीगत व्यय में कमी की उम्मीद

विश्लेषकों का मानना है कि ग्लोबल टैरिफ और घरेलू मांग में कमी के कारण कॉरपोरेट आय में कमी से पूंजीगत व्यय में बहुत अधिक तेजी आने की संभावना नहीं है. इस दो वर्ष के दौरान CCE में 20 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी वाले निफ्टी 500 में सेक्टर विश्लेषण से पता चलता है कि अधिकांश फार्मा, आईटी सॉफ्टवेयर और कैपिटल गुड्स (नॉन-इलेक्ट्रिक आइटम) इंडस्ट्री से हैं. केमिकल, पावर, हेल्थकेयर, रिटेल, ऑटो और FMCG सबसे अधिक बढ़ोतरी वाले 10 सेक्टरों में शामिल हैं.

मार्च 2024 तक इन कंपनियों के पास था सबसे ज्यादा कैश

कंपनी कैश
रिलायंस इंडस्ट्रीज2.1 लाख करोड़ रुपये
L&T50,316 करोड़ रुपये
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)44,296 करोड़ रुपये
ONGC42,070 करोड़ रुपये
विप्रो40,812 करोड़ रुपये
इंफोसिस39,005 करोड़ रुपये
इंटरग्लोब एविएशन34,738 करोड़ रुपये
कोल इंडिया33,486 करोड़ रुपये
एचसीएल टेक्नोलॉजीज27,975 करोड़ रुपये