अनिल अंबानी के लौट आए बुरे दिन? क्यों धराशायी हुए रिलाएंस के शेयर

रिलायंस पावर के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. जानें क्या है इसके पीछे की वजह और कंपनी की भविष्य की योजनाएं.

अनिल अंबानाी Image Credit: tv9 kannada

बाजार में एक बेहतरीन उछाल के बाद अनील अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर लिमिटेड मार्केट में फिर धाराशायी हो गई. शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में 5% की गिरावट दर्ज की गई. लगातार 15 दिनों तक अच्छा प्रदर्शन करने के बाद कंपनी के शेयरों में ये गिरावट आई है. यह गिरावट कंपनी द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद आई है कि उसके बोर्ड ने वर्डे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स के सहयोगियों को निजी प्लेसमेंट के आधार पर 4,200 करोड़ रुपये तक के फॉरेन करंसी कन्वर्टिबल बॉन्ड्स (FCCB) जारी करने को मंजूरी दे दी है. ये बॉन्ड्स Varde Investment Partners के साथ निजी तौर पर जारी किए जाएंगे.

कंपनी ने गुरुवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “रिलायंस पावर बोर्ड ने 4,200 करोड़ रुपये (~500 मिलियन यूएस डॉलर) की FCCBs जारी करने की मंजूरी दी है. ये बॉन्ड्स 10 साल की अवधि के लिए 5% की ब्याज दर पर दिए जाएंगे, और इन्हें शेयरों में बदला जा सकेगा. ये बॉन्ड्स बिना किसी सुरक्षा के होंगे”

रिलायंस पावर की योजना

रिलायंस पावर ने हाल ही में अपनी पैरेंट कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 46.20 करोड़ इक्विटी शेयर अलॉट किए. जिनकी कुल कीमत 1,524.60 करोड़ रुपये आंकी गई है. इस डील में दो अन्य नॉन-प्रमोटर एंटिटीज- ऑथुम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और सनातन फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल थीं. ये डील कंपनी की रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करने की बड़ी योजना का हिस्सा है.

शेयरों में गिरावट पर विशेषज्ञों की राय

शेयरों की इस गिरावट के बाद बाजार में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अनील अंबानी के लिए मुश्किल भरे दिन वापस आ सकते हैं. कई विशेषज्ञों का मानना है कि रिलायंस पावर के शेयरों की कीमत एक बार फिर 30 रुपये प्रति शेयर के स्तर तक पहुंच सकती है, जहां यह पहले हुआ करती थी.