INR vs USD: फिर लुढ़का रुपया, डॉलर के मुकाबले 50 पैसे टूटकर 86.26 पर पहुंचा

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में लगातार तीसरे दिन कमजोरी का रुख रहा. मंगलवार को भारतीय रुपये में डॉलर के मुकाबले 50 पैसे की गिरावट आई और यह 86.26 रुपये के स्तर पर पहुंच गया. कच्चे तेल की कीमतो में गिरावट के बाद भी रुपये में गिरावट जारी है.

रुपया बनाम डॉलर Image Credit: money9live

अमेरिका की तरफ से टैरिफ लगाने से शुरू हुआ व्यापार युद्ध अब व्यापक हो रहा है. इसका असर दुनियाभर के शेयर बाजारों के साथ ही कमोडिटी और करेंसी मार्केट पर भी हो रहा है. कच्चे तेल के दाम में गिरावट के बाद भी भारतीय रुपये में लगातार तीसरे दिन गिरावट हुई है. इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज पर मंगलवार को भारतीय रुपये में 50 पैसे की कमजोरी आई. इस तरह 1 डॉलर की तुलना भारतीय रुपये की कीमत घटकर 86.26 रुपये हो गई.

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक Forex Traders का कहना है कि अमेरिका को होने वाले भारतीय निर्यात को लेकर आई अनिश्चितता और क्रूड ऑयल के दाम में आई हल्की तेजी का दबाव भारतीय रुपये पर दिख रहा है. इसके अलावा अनिश्चितता के माहौल में भारत से डॉलर की निकासी की वजह से भी रुपये में कमजोरी बनी हुई है. ट्रेडर्स का कहना है कि ट्रंप की तरफ से चीन पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता को और बढ़ा दिया है.

कैसा रहा रुपये का कारोबार?

इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज में रुपया 85.89 पर खुला और डॉलर के मुकाबले 85.82 के इंट्रा डे हाई और 86.29 के इंट्रा डे लो के बीच कारोबार करता रहा. दिन के आखिर में रुपया 86.26 के स्तर पर बंद हुआ, जो पिछले क्लोजिंग लेवल से 50 पैसे कम है. रिपोर्ट के मुताबिक रुपये में इस साल की यह दूसरी बड़ी गिरावट है. इससे पहले 13 जनवरी को रुपये में 66 पैसे की गिरावट हुई थी.

तीन दिन में कितनी गिरावट

पिछले तीन दिन में डॉलर की तुलना में रुपये में करीब एक रुपये की कमजोरी आ चुकी है. सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 32 पैसे कमजोर होकर 85.76 पर बंद हुआ, जबकि इससे पिछले सत्र में शुक्रवार को इसमें 14 पैसे की गिरावट आई थी. इस तरह तीन सत्र में डॉलर की तुलना में रुपया 96 पैसे कमजोर हुआ है.

रुपये की हाल पस्त

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार का कहना है कि रुपया इस महीने दूसरी एशियाई मुद्राओं के बीच सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा के रूप में उभरा है. रुपये के लिए बाजार की धारणा नकारात्मक बनी हुई है. खासतौर पर अमेरिका की तरफ से जवाबी टैरिफ लगाए जाने के बाद भारतीय रुपया 21 मार्च के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है.

MPC की बैठक पर नजर

भारतीय रुपये को लेकर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारोबारी फिलहाल RBI की MPC बैठक के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. यह बैठक सोमवार को शुरू हो चुकी है. बुधवार को इस बैठक के नतीजों का ऐलान किया जाना है. माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक समिति ब्याज दरों में 25 आधार अंक की कटौती कर सकती है.

डॉलर और क्रूड में मजबूती

मंगलवार को डॉलर इंडेक्स के साथ ही क्रूड में भी निचले स्तर से रिकवरी देखने को मिली है. डॉलर इंडेक्स जहां 0.06 फीसदी की तेजी के साथ 103.03 पर पहुंच गया. वहीं, ब्रेंट क्रूड का भाव 0.19 फीसदी की तेजी के साथ 64.33 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया.