नवी ने अमेजन पे को पछाड़ा, बनी भारत की पांचवीं सबसे बड़ी यूपीआई कंपनी

नवी ने पिछले कुछ महीनों में शानदार बढ़ोतरी हासिल की है. सचिन बंसल की फिनटेक कंपनी नवी यूपीआई इकोसिस्टम में पांचवें नंबर पर पहुंच गई है. फिलहाल, इसका मार्केट शेयर 0.6 प्रतिशत है.

नवी यूपीआई Image Credit:

सचिन बंसल की फिनटेक कंपनी नवी को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. इसने अमेजन पे को पछाड़ते हुए देश की पांचवीं सबसे बड़ी यूपीआई कंपनी का स्थान प्राप्त किया है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों से पता चलता है कि इसमें तेजी से वृद्धि हो रही है. एनपीसीआई यूपीआई का संचालन करता है, जो एक रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है.

नवी के यूपीआई ट्रांजेक्शन वॉल्यूम में पिछले छह महीनों में 30 गुना बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से यह मार्च में 27वें स्थान से अगस्त में पांचवें स्थान पर पहुंच गई है. मार्च में जहां 3 मिलियन ट्रांजेक्शन हुए थे, वहीं अगस्त में यह बढ़कर 89 मिलियन तक पहुंच गया है. बेंगलुरू स्थित इस कंपनी ने जुलाई में 69 मिलियन ट्रांजेक्शन किए थे, जो अगस्त में 89 मिलियन हो गए हैं, और इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

हालांकि, पिछले चार सालों में शीर्ष तीन कंपनियों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. फोन पे अभी भी पहले स्थान पर है, उसके बाद गूगल पे और पेटीएम क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. नवी मुख्यतः व्यावसायिक ऋण देती है, जिसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं, इसके प्रतिद्वंद्वियों ने पिछले महीने से केवल 10 प्रतिशत या उससे कम की वृद्धि दर्ज की है.

शीर्ष क्रम में कोई बदलाव नहीं

हालांकि नवी ने शानदार वृद्धि दर्ज की है, लेकिन यूपीआई इकोसिस्टम में इसकी भागीदारी अभी भी 0.6 प्रतिशत ही है. फोन पे पहले स्थान पर बरकरार है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 48 प्रतिशत है, दूसरे स्थान पर गूगल पे है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 37 प्रतिशत है, और तीसरे स्थान पर पेटीएम है, जिसका 7.2 प्रतिशत बाजार पर कब्जा है.

क्रेड की 1 प्रतिशत, नवी की 0.6 प्रतिशत, अमेजन पे की 0.5 प्रतिशत, फैम पे की 0.4 प्रतिशत, व्हाट्सएप पे की 0.3 प्रतिशत, भीम की 0.2 प्रतिशत और मोबीक्विक की 0.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है. फोन पे और गूगल पे मिलकर यूपीआई लेनदेन का 85 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं.