भारत में सैमसंग कर्मचारियों की हड़ताल से कंपनी को लगा झटका, घट सकता है प्रोडक्‍शन

सैमसंग के भारत स्थित दो प्‍लांटों के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. वे वेतन बढ़ाने समेत कई अन्‍य मांगे पूरी किए जाने की अपील कर रहे हैं, हालांकि कंपनी ने इस बारे में कोई टिप्‍पणी नहीं की है.

चेन्नई शहर के पास श्रीपेरंबदूर में स्थित सैमसंग प्‍लांट के कर्मचारी हड़ताल पर. Image Credit: Jean Chung/Getty Images

साउथ कोरिया की कंपनी सैमसंग के भारत स्थिति प्‍लांट के कर्मचारी लगातार दो दिनों से हड़ताल पर हैं. कर्मचारी सैलरी बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं. इससे प्रोडक्‍शन प्रभावित हो सकता है. चूंकि सैमसंग के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है, जहां यह एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी प्रतिद्वंदी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करती है, इस बीच कर्मचारियों की हड़ताल उसे महंगी पड़ सकती है. सूत्रों के मुताबिक चेन्नई शहर के पास श्रीपेरंबदूर में फैक्ट्री के बाहर कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के पोस्‍टर लगाए हैं.

सैमसंग के दो प्‍लांटों के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. इनमें मोबाइल के मुकाबले दूसरे इलेक्ट्रिॉनिक प्रोडक्‍ट ज्‍यादा तैयार होते हैं. यह भारत में कंपनी के 12 बिलियन डॉलर के वार्षिक राजस्व में 20% से 30% का योगदान देती है, मगर कर्मचारियों के काम पर न आने से इन फैक्ट्रियों में प्रोडक्‍शन कम हो रहा है. यूनियन नेता ई. मुथुकुमार का कहना है कि कर्मचारी लगातार दूसरे दिन हड़ताल पर हैं. उनकी मांग है कि कंपनी उनका वेतन बढ़ाए, काम करने के घंटे तय करें और यूनियन को कंपनी से मान्‍यता मिले. उन्‍होंने यह भी कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. हालांकि इस बारे में सैमसंग इंडिया ने कोई आधिकारिक रूप से टिप्‍पणी नहीं की है. हालांकि सोमवार को एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी कर्मचारियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हुई है, उनकी किसी भी शिकायत को दूर करने पर विचार किया जाएगा.

प्रोडक्‍शन पर पड़ सकता है असर

इंडस्‍ट्री से जुड़े जानकारों का कहना है कि यह हड़ताल देश में त्‍योहारी सीज़न से पहले हुई है. इस दौरान उपभोक्‍ता सबसे ज्‍यादा इलेक्ट्रॉनिक गैजेट खरीदते हैं ऐसे में हड़ताल की वजह से प्रोडक्‍शन घट सकती है, जिससे कंपनी की बिक्री प्रभावित हो सकती है. सूत्रों का कहना है कि चेन्नई के पास स्थित प्लांट में सैमसंग के लगभग 1,800 कर्मचारियों में से लगभग आधे हड़ताल पर हैं.