Share Market में जारी गिरावट के दौर में भी मालामाल हुआ SEBI, जानें कहां से बरस रही दौलत?

Indian Equity Market में गिरावट का दौर जारी है. लेकिन, बाजार नियामक सेबी मालामाल हो रहा है. सेबी की दौलत में 48 फीसदी का इजाफा हुआ है. मंगलवार को खुद सेबी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सेबी को पिछले वित्त वर्ष में 2,075 करोड़ रुपये मिले हैं.

सेबी भारतीय शेयर बाजार के लिए नियामक निकाय है Image Credit: Kunal Patil/HT via Getty Images

सेक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की कमाई में इजाफा हो रहा है. खुद सेबी ने इस बात की जानकारी दी है. सेबी ने मंगलवार 4 मार्च, 2024 को बताया कि वित्त वर्ष यानी 2023-24 में सेबी की आय 2,075 करोड़ रुपये रही. पिछले वित्त वर्ष 2022-23 से इसकी तुलना करें, तो सेबी की आय में 48 फीसदी का इजाफा हुआ है. सेबी ने बताया कि यह आमदनी शुल्क और सदस्यता की फीस से हुई है.

सेबी ने मंगलवार को अपने 2023-24 के खातों के वार्षिक विवरण को सार्वजनिक किया. इन खातों के विवरण से यह पता चलता है कि सेबी की कुल आय में से 1,851.5 करोड़ रुपये तरह-तरह के शुल्कों से मिले हैं. जबकि, वित्त वर्ष 2022-24 में शुल्कों से होने वाली आय 1,213.22 करोड़ रुपये रही थी.

निवेश होने वाली आय भी बढ़ी

बाजार नियामक सेबी की आय में इसके निवेश से होने वाले मुनाफे के चलते भी बढ़ोतरी हुई है. सेबी की तरफ से दिए गए खातों के विवरण के मुताबिक निवेश से होने वाली आय 2022-23 के 161.42 करोड़ रुपये की तुलना में 2023-24 में बढ़कर 192.41 करोड़ रुपये हो गई है. इसके अलावा अन्य स्रोतों से होने वाली आय भी 15 करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 18 करोड़ रुपये हो गई है.

ये हैं आय के प्रमुख स्रोत

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने खातों की डिटेल जारी करते हुए कहा कि शुल्क और सदस्यता की फीस इसकी आय के प्रमुख स्रोत हैं. आय की इस कैटेगरी में वार्षिक शुल्क और सदस्यता से होने वाली आय, स्टॉक एक्सचेंजों से मिलने वाला लिस्टिंग शुल्क, कंपनियों और मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन की तरफ से दाखिल रजिस्ट्रेशन, रिन्युअल जैसे प्रस्ताव के दस्तावेजों से होने वाली आय भी इसमें शामिल है.

48 फीसदी का इजाफा

SEBI की तरफ से जारी खातों के वार्षिक विवरण से पता चलता है कि कुल मिलाकर बाजार नियामक की कुल आय 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में 2,075 करोड़ रुपये हो गई. यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,404.36 करोड़ रुपये रही थी. इस तरह आय में 48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.